अम्बिकापुर, 04 जुलाई 2025/sns/- जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनय कुमार अग्रवाल के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य स्थायी समिति की बैठक गुरुवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य स्थायी समिति की सभापति श्रीमती राधा रवि, सदस्य श्रीमती पायल सिंह तोमर उपस्थित रहे। श्रीमती राधा रवि ने मौसमी बीमारी एवं महामारी रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग की टीम को घर-घर जाकर लोगों को मच्छर भगाने व मौसमी बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, सर्पदंश, चिकनगुनिया रोगों से सचेत रहने संबंधी जागरूकता फैलाने निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में गांव-गांव जाकर लोगों को मच्छरों के लार्वा स्रोतों के बारे में जानकारी दी जाए। इसके अलावा साफ पानी के स्रोतों की भी जांच कराएं, पानी को इकट्ठा ना होने दें। ऐसी जगहों पर मौके पर ही स्वास्थ्य विभाग के दल के द्वारा दवाईयों का छिड़काव कराने, गंदे पानी के गढ्ढों में जला हुआ तेल डालने एवं बिमारियों के प्रति सजग रहने जनजागरूकता चलाये जाने निर्देश दिये। महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी सहायिका, कार्यकर्ता के माध्यम से शिशुवती माताओं को शत-प्रतिशत चिन्हांकन करते हुए 06 माह से 03 वर्ष तक के बच्चों को पूरक पोषण आहार प्रदाय कराने पोर्टल में भोजन, नास्ता वितरण का फोटोग्राफ अपलोड कराने के साथ ही गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित करते हुए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करते हुए पोषण पुर्नवास केन्द्रों में भेजना सुनिश्चित करें तथा गर्भ भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
जिला पंचायत सदस्य श्रीमती पायल सिंह तोमर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी को विभाग से संबंधित सेवाओं की जानकारी पोलियो, बीसीजी और डीपीटी जैसे टीकाकरण शतप्रतिशत कराने तथा बच्चों का समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराये जाने हेतु निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ. पी.एस.मार्को ने बताया कि स्वास्थ्य दलों द्वारा लोगों को मौसमी बीमारियों से बचने के लिए विशेष एहतियात बरतना चाहिए। अपने घरों के आसपास पानी जमा होने न दें। वहां पर बने हुए गड्ढों में मिट्टी डालकर उन्हें सही करवाएं। घरों के आसपास बनी हुई नालियों में जला हुआ तेल या केरोसिन आदि डालें ताकि लार्वा ना पनप सके। घरों के आसपास पुराने टायर, कबाड़ व वह स्थान जहां बारिश का पानी जमा हो उन्हें खाली करवाकर साफ करवाएं। घरों में काम आने वाले मटकों के नीचे वाले बर्तन, गमले, फूलदान आदि के पानी को समय-समय पर खाली करते रहें। कूलर, फ्रीज के पीछे की ट्रे, घर के बाहर रखी पानी की टंकी को भी नियमित अंतराल में साफ करते रहने की जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बसंत मिंज ने समीक्षा बैठक में बताया कि वर्तमान में 2532 आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है, जिसमें से 1595 स्वयं के भवन में, 823 किराये के भवन में संचालित किया जा रहा है। नवीन भवन के स्वीकृति हेतु राज्य कार्यालय में पत्र प्रेषित किया गया है। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. पुष्पेन्द्र राम, समस्त विकासखण्ड के सीडीपीओ, बीएमओ, बीपीएम एवं अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।