धमतरी, 04 जुलाई 2025/sns/- कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा ने आज संबलपुर स्थित प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने समिति में उपलब्ध खाद, बीज सहित गोदाम की क्षमता की जानकारी ली। समिति प्रबंधक ने बताया कि वर्तमान में सम्बलपुर समिति में डीएपी सहित अन्य जरूरी खाद और बीज मिनीकीट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि समिति द्वारा किसानों को दो करोड़ 37 लाख रूपये का ऋण दिया गया। इस मौके पर कलेक्टर श्री मिश्रा ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन अंतर्गत निःशुल्क अरहर मिनीकिट एवं 50 प्रतिशत अनुदान में कीटनाशक का वितरण किया। इसमें संबलपुर एवं बोडरा के कृषक श्री डोमार देवांगन, श्री राधेलाल, श्री लाकेश साहू ,श्री सोमप्रकाश, श्री शत्रुघ्न साहू श्री गुलाब साहू को अरहर मिनीकिट एवं कीटनाशक का वितरण किया गया। इस अवसर पर संबलपुर के सरपंच, कृषि विभाग से उप संचालक श्री मनोज सागर, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री अभिषेक तिवारी, समिति प्रबंधक श्री जागेश्वर ध्रुव एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने संबलपुर में संचालित स्कूल संचालन और निर्माण कार्यों की जानकारी ली। गांव के सरपंच ने स्कूल मैदान का समतलीकरण करने की बात कही। कलेक्टर ने खेल मैदान को मनरेगा से समतलीकरण कराने के निर्देश भी उपस्थित अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही रेल्वे को लेकर समस्याओं को भी दूर करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने गांव में पेयजल आपूर्ति, साफ-सफाई आदि की भी जानकारी ली।
कलेक्टर पहुंचे कृषि विज्ञान केन्द्र,
कृषि विज्ञान केन्द्र संबलपुर के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कृषि विज्ञान केन्द्र में धान की विभिन्न किस्मों, रेशम सहित फसलीय बीजों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने मिट्टी परीक्षण और मखाना की खेती की वस्तुस्थिति की जानकारी ली तथा अधिकारियों को 20-25 एकड़ में मखाना की खेती कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री मिश्रा ने गंगरेल में धान का म्यूजियम बनाने और उसमें चावल की विभिन्न किस्मों को संग्रहित करने रखने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने राइस प्रोढक्ट को भी रखने कहा। इसके साथ ही बोड़रा से कुरूद पहुंच मार्ग का मरम्मत कराने के निर्देश भी कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्री मिश्रा ने बांस की नर्सरी तैयार करने और पोल्ट्री की ब्रिडिंग के लिए प्रस्ताव बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने फिश हेचरी के लिए नये मशीन का प्रस्ताव बनाने, मनरेगा से शेड निर्माण कराने और कृषि विज्ञान केन्द्र पहुंच मार्ग के लिए बोर्ड को पत्र लिखने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।