सुकमा, 03 जून 2025/sns/- कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर जिले के विकास कार्यों, कानून व्यवस्था, सड़क सुरक्षा और जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री किरण गंगाराम चव्हाण सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री ध्रुव ने आत्मसमर्पित माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के पीड़ितों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन राशि के लंबित प्रकरणों का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुनर्वास नीति के तहत शासकीय नौकरी के लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता से हल किया जाए। साथ ही आत्मसमर्पित माओवाद प्रभावित युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण जैसे सोलर, प्लंबर आदि का प्रबंध कर, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। कलेक्टर ध्रुव ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय और सक्रियता से कार्य करें, ताकि जिले के नागरिकों को योजनाओं का समुचित लाभ मिल सके और विकास कार्यों में गति लाई जा सके।
सुरक्षा और कानून व्यवस्था को मिली प्राथमिकता
पुलिस अधीक्षक श्री किरण गंगाराम चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पित माओवाद प्रभावित युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराना है। कलेक्टर श्री ध्रुव ने निर्देश दिए कि जिले में चिन्हांकित जगहों पर नवीन आपराधिक कानून के क्रियान्वयन के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) सेटअप की स्थापना की जाए। एनक्वर्ड और कोटपा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
स्वास्थ्य, शिक्षा और यातायात प्रबंधन पर फोकस
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि संबंधित संस्थानों का पाक्षिक आकस्मिक निरीक्षण किया जाए। उन्होंने स्कूल, कॉलेज, समाज कल्याण विभाग को आपसी समन्वय से नशामुक्ति अभियान को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए। स्कूली बच्चों की सुरक्षा और सुरक्षित परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
सड़क सुरक्षा के तहत पशुपालन विभाग और नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देशित किया गया कि पशुओं के सींगों पर रेडियम बेल्ट लगाए जाएं ताकि सड़क दुर्घटनाएं रोकी जा सकें। वहीं, बिना लाइसेंस के वाहनों पर सख्त कार्रवाई और एनएच पर आवारा पशुओं को हटाने के निर्देश भी दिए गए। ब्लैक स्पॉट की पहचान और चेतावनी संकेतक सुधार कार्यों को प्राथमिकता देने को कहा गया।
मुख्यमंत्री की घोषणाओं अनुरूप कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना के अंतर्गत अंदरूनी क्षेत्रों को जोड़ने के लिए बस रूट चिन्हांकित करने के निर्देश दिए। साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए उपयुक्त जगह चिन्हांकित करने के निर्देश भी दिए। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए गए। शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण, राजस्व विभाग की समीक्षा और भूमि आबंटन के लंबित प्रकरणों को शीघ्र निराकृत करने पर जोर दिया गया।
मानसून पूर्व तैयारी और स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
कलेक्टर ने आगामी मानसून के मद्देनजर प्राकृतिक आपदा से बचाव और राहत व्यवस्था के लिए तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। चिन्हांकित ग्रामों में दो दिवस के भीतर सूचना पटलों पर मैदानी अमले के संपर्क विवरण प्रदर्शित करने और राहत शिविरों के लिए भवन चिन्हांकित करने के निर्देश दिए। पिछले वर्ष डायरिया और माहवारी जैसे रोगों से प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मानसून के समय नगरीय निकायों को पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त रखने और नालियों की सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने माननीय उच्च न्यायालय में लंबित प्रकरणों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। नियद नेल्लानार योजना सहित सभी शासकीय योजनाओं और विभागीय कार्यों की गहन समीक्षा की गई।
