छत्तीसगढ़

मेरी माटी मेरा देश अभियान, शिलापलकम का लोकार्पण प्रत्येक ग्राम पंचायतों में 9 से 15 अगस्त के मध्य

-ग्राम पंचायतों व नगर पंचायतों में तैयार किये जा रहे हैं शिलापलकम
दुर्ग, 10 अगस्त 2023/मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत जिले में 9 अगस्त से 30 अगस्त तक शहरी क्षेत्र से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान के लिए विभाग द्वारा तैयारी कर ली गई है। केन्द्र एवं राज्य शासन के निर्देशानुसार देश की आजादी की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े वीरों का सम्मान करना जिन्होंने हमारे भविष्य के लिए अपना त्याग दिया। देश के लिए बलिदान देने वाले वीरों की श्रद्धांजलि के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक शिलापलकम की स्थापना की जाएगी और पंचप्राण शपथ ली जाएगी। आयोजित कार्यक्रम के साथ सेल्फी अपलोड की जाएगी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज के बाद राष्ट्रगान का भी आयोजन किया जाएगा।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अश्वनी देवांगन ने बताया कि गृह विभाग एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा शहीदों (वीरों) की जानकारी प्रत्येक ग्राम पंचायतवार तैयार करके पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा।
भारत सरकार के निर्देशानुसार 9 से 15 अगस्त तक पंचायत एवं नगरीय निकाय क्षेत्रों में कार्यक्रम होंगे। 12 से 20 अगस्त तक जनपद स्तर के कार्यक्रम, 21 से 26 अगस्त तक स्थान की पहचान, कर्तव्य पथ पर स्मार निर्माण 27 से 28 अगस्त युवा दल का दिल्ली पहुंचना एवं 29 से 30 अगस्त कर्तव्य पथ पर अंतिम कार्यक्रम के आयोजन में प्रधानमंत्री द्वारा अमृत वाटिका में पौधारोपण करते हुए आजादी का अमृत महोत्सव स्मारिका को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। शिलापलकम का लोकार्पण अगस्त महीने में 9 से 15 अगस्त 2023 के मध्य प्रत्येक ग्राम पंचायतों में किया जाएगा। शिलापलकम में लेखन हिन्दी भाषा में तैयार किया जाएगा। दुर्ग जिले के ग्राम पंचायतों व नगर पंचायतों में शिलापलकम तैयार किया जा रहा है।
मनरेगा से स्वीकृति एवं ग्राम पंचायत स्तर, जनपद स्तर कार्यक्रम का अनुमोदन ग्रामीण स्तर पर मिट्टी को एकत्रित करना, पंचायत स्तर से कलशों को जनपद पंचायत स्तर तक लाना, ये सारे कार्यक्रम प्रत्येक ग्राम पंचायत के अमृत सरोवर के पास किया जायेगा। जिस ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर नहीं है ऐसी स्थिति में किसी भी जलाशय के आसपास, पंचायत भवन, स्कूल, ऐसी भूमि जहां पर वृक्षारोपण के लिए पर्याप्त स्थल उपलब्ध हो तथा चारों ओर से बाउण्ड्री बनी हो वहां पर पौधे लगाए जाएंगे।

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