छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से रामबती एनिमिया के दुष्चक्र से हुई मुक्त

बीजापुर 11 मार्च 2022- धनोरा निवासी 24 वर्षीय श्रीमती रामबती एनिमिक महिला के रूप में चिन्हित की गई थी। रामबती दिखने में ही बहुत कमजोर एवं उनके आंखों के नीचे कालापन था। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राजेश्वरी भगत ने रामबती का हीमोग्लोबिन जांच कराया हीमोग्लोबिन की मात्रा 8.9 ग्राम था जो एक एनिमिक महिला का लक्षण है। फिर कार्यकर्ता एवं आरएचओ सिस्टर के द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की विस्तृत जानकारी रामबती को दिया गया एवं आंगनबाड़ी  केन्द्र में रोज गरम भोजन, चांवल दाल, दो प्रकार की सब्जी, अचार, पापड़ पौष्टिक भोजन प्रदाय किया गया। इसके साथ ही अंण्डा, चिकी एवं पौष्टिक बिस्कीट के नियमित सेवन से जो आंगनबाड़ी केन्द्र से मिलने लगा, रामबती के सेहत में काफी तेजी से सुधार आने लगा। कार्यकर्ता द्वारा सुपोषण बाड़ी के बारे  में भी बताया गया जिससे रामबती घर में सुपोषण बाड़ी तैयार कर नियमित रूप से हरी साग-सब्जी एवं पत्तेदार भाजी का उपयोग करने लगी। इसके साथ ही आयरन, फालिक एसिड टेबलेट का सेवन कराया गया। जिससे बहुत ही जल्द एनिमिया से मुक्त होकर रामबती का हीमोग्लोबिन 8.9 ग्राम से आज 12 ग्राम हो गया है। अब रामबती एनिमिया से मुक्त हो चुकी है। रामबती बताती है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान हमारे जैसे एनिमिक महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। मुझे एनिमिया के दुष्चक्र से निकालने के लिए विभागीय अमला, जिला प्रशासन एवं मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का बहुत बड़ा योगदान है।

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