अम्बिकापुर, 08 सितम्बर 2025/sns/- संचालक कृषि श्री राहुल देव की अध्यक्षता में सोमवार को जिला पंचायत सरगुजा के सभाकक्ष में खरीफ 2025 में उर्वरक व्यवस्था एवं विभागीय योजनाओं की प्रगति के सम्बंध में संभागस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में सरगुज़ा सम्भाग के समस्त जिलों सरगुज़ा, कोरिया, एमसीएबी, बलरामपुर, जशपुर, सूरजपुर जिले के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिलेवार धान उत्पादन की जानकारी ली गई तथा जिलों में धान रकबे में कमी के कारणों पर चर्चा की गई। संचालक श्री देव ने किसानों को धान के बदले दलहन-तिलहन, लघु धान्य फसलों तथा अन्य फसलों हेतु प्रोत्साहित करने कहा। उन्होंने धान खरीदी में एग्रिस्टेक के सम्बन्ध में समीक्षा के दौरान कहा कि एग्रिस्टेक की जवाबदेही कृषि विभाग की है, इसलिए यह कार्य गम्भीरता से हो। इस हेतु आरईओ की ड्यूटी लगाएं और फील्ड में सक्रिय रखें। किसानों को एग्रिस्टेक किसान पंजीयन करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका ध्यान रखें। इसी प्रकार बैठक में डीसीएस सर्वे की जानकारी लेते हुए कृषि एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम सामंजस्य के साथ कार्य करने कहा। उन्होंने कहा कि सभी जिले एकीकृत किसान पोर्टल में एंट्री सुनिश्चित कराएं। बैठक में उर्वरक वितरण की समीक्षा की गई, उन्होंने कहा कि किसानों को खाद बीज की कमी ना हो। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि किसानों को समय पर और उचित दर पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो। उन्होंने खाद बीज उठाव की जानकारी लेते हुए कहा कि यूरिया खाद का उठाव करने वाले किसानों का सत्यापन कराएं तथा खरीदी पश्चात अवैध रूप से दुकानदारों को बेचने वालों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने यूरिया के अवैध भण्डारण एवं विक्रय करने वालों पर की गई कार्रवाई की जानकारी ली तथा कहा कि लगातार निरीक्षण कर दुकानदारों पर कार्रवाई करें। कार्य में लापरवाही बरतने वाले उर्वरक निरीक्षकों को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि गम्भीरतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इस दौरान अधिकारियों को फील्ड में दौरा कर किसानों से निरंतर संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए। बैठक में बीज उत्पादन कार्यक्रम, फसल प्रदर्शन में नेशनल मिशन ऑन एडिबल आयल-ओइलसिड्स, परम्परागत कृषि विकास योजना, जैविक खेती मिशन, आत्मा, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, अक्ति बीज संवर्धन योजना, पीएम किसान योजना, लघुतम सिंचाई तालाब, आर ए डी योजना, नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग की प्रगति, मृदा स्वास्थ्य कार्ड पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।