कवर्धा, 24 जुलाई 2025/sns/- कबीरधाम जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में राजस्व सेवाओं को सुलभ, पारदर्शी और त्वरित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल करते हुए आज बोड़ला से विशेष राजस्व शिविरों की शुरुआत की गई। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन एवं निर्देशानुसार कबीरधाम जिले के वनांचल ग्रामों में 29 अगस्त 2025 तक विशेष राजस्व शिविरों का आयोजन होगा। शिविर में ग्रामीणों को उनके ही गांव में राजस्व से संबंधित समस्याओं का समाधान किया गया। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने आज बोड़ला में आयोजित शिविर का निरीक्षण किया और मौके पर ही ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने कई हितग्राहियों से सीधे संवाद कर उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया और कई मामलों का त्वरित निराकरण भी किया। मौके पर ही आवेदनों को प्राप्त कर आवश्यक दस्तावेज जारी किए गए। इस दौरान उन्होंने ग्रामवासियों से संवाद कर उनकी समस्या, शिकायत और मांग भी सुनी। शिविर में अनुविभागीय अधिकारी बोड़ला सुश्री रुचि शार्दुल, डिप्टी कलेक्टर एवं राजस्व शिविर नोडल अधिकारी श्री बी आर देवांगन, तहसीलदार सुश्री राजश्री पांडेय सहित राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने राजस्व शिविर के निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर ग्रामीण की समस्या को गंभीरता से लिया जाए और बिना किसी विलंब के त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शिविरों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सम्मानपूर्वक सुनना, उसकी समस्या को पूरी जिम्मेदारी के साथ समझना और दस्तावेजों की जांच-पड़ताल कर समाधान प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। कलेक्टर श्री वर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि राजस्व मामलों के साथ-साथ जो अन्य जनकल्याणकारी सेवाएं शिविरों में उपलब्ध कराई जा रही हैं, उनमें किसी प्रकार की लापरवाही या देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन शिविरों के माध्यम से शासन की पहुंच अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित करनी है, इसलिए सभी अधिकारी अपने कार्यों को पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ करें।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में 24 राजस्व निरीक्षक सर्किलों के अंतर्गत इन शिविरों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। इन शिविरों के आयोजन के पूर्व, जिले के चयनित ग्राम पंचायत भवनों में 08 और 09 जुलाई को नागरिकों से नामांतरण, बंटवारा, फौती, सीमांकन, खसरा त्रुटि सुधार, भूमि संबंधी विवादों एवं अन्य राजस्व विषयों से जुड़े प्रकरणों के लिए आवेदन लिए गए हैं। जिसके निराकरण की स्थिति की भी जानकारी दी गई। विशेष राजस्व शिविर में राजस्व संबंधी मामलों जैसे नामांतरण, भू-अभिलेख अद्यतन, बंटवारा, सीमांकन, वरासत, नक्शा-खसरा प्रतिलिपि, राजस्व न्यायालय से जुड़े प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया गया। इसके अलावा ग्रामीणों को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी दिया गया। इनमें आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत बैंक खाता खोलना, तथा आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र की प्रक्रिया शामिल रही। शिविर में किसानों के एग्री स्टैक पंजीयन का कार्य भी किया गया, जिससे उन्हें भविष्य में डिजिटल कृषि योजनाओं और सब्सिडी का लाभ मिल सकेगा। मौके पर राजस्व विभाग के अनुभवी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे, जिनके माध्यम से ग्रामीणों को समयबद्ध और भरोसेमंद सेवाएं प्रदान की गईं। यह अभिनव पहल न केवल राजस्व सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने में कारगर सिद्ध हो रही है, बल्कि ग्रामीणों में शासन के प्रति विश्वास भी बढ़ा रही है। विशेष शिविरों के माध्यम से प्रशासन का उद्देश्य है कि वनांचल क्षेत्रों के अंतिम छोर तक भी विकास और न्याय की रोशनी पहुंचे।
जिले के इन स्थानों में होगा विशेष राजस्व शिविर का आयोजन
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में राजस्व संबंधी प्रकरणों का त्वरित निराकरण के लिए जिले के 24 स्थानों पर विशेष राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत आसपास के विभिन्न पटवारी हल्का के गा्रम भी शिविर में सम्मिलित होंगे। राजस्व शिविर का प्रारंभ 23 जुलाई को बोड़ला से किया गया है। इसके बाद 25 को पोड़ी, 28 को राजानवांगांव, 29 को चिल्फी, 30 को तरेगांव जंगल, 31 को सहसपुर लोहारा, 01 अगस्त को सिल्हाटी, 04 को बिरेन्द्र नगर, 05 को ठाठापुर, 06 को बाजार चारभांठा, 07 को समनापुर, 08 को पिपरिया, 11 को नेवारी, 12 को मरका, 13 को दशरंगपुर, 18 को छिरहा, 19 को कुण्डा, 20 को दामापुर, 21 को मोहगांव, 22 को कुकदूर, 25 को कोदवागोड़ान, 27 को पंडरिया, 28 को बाद्यामुड़ा और 29 को रमतला में विशेष राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा।