कवर्धा, 04 जुलाई 2025/sns/- उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के विशेष प्रयासों से छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल एवं कबीरधाम जिले के ऐतिहासिक, पुरात्तव, पर्यटन, जन आस्था के केन्द्र भोरमदेव मंदिर में सावन महीने में आने वाले श्रद्धालु और पदयात्रा कावड़ियों के व्यवस्था की तैयारियां जोरो-शोरो से की जा रही है। अमरकंटक से आने वाले कांवड़ियों के लिए भोरमदेव में निःशुल्क ठहरने, स्वास्थ्य, सुरक्षा और भोजन, स्वल्पाहार, सहित सभी मूलभूत तथा बुनियादी सुविधाओं का विशेष इंतजाम किया जा रहा है। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा और जिला पंचायत अध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ने भोरमदेव में श्रद्धालुओं और पदयात्रा की तैयारियों के लिए मंदिर परिसर और मेला स्थल का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने भोरमदेव मंदिर परिसर में अधिकारियों की बैठक लेकर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में यहां आने वाले कावंडियों, श्रद्धालुओं और पदयात्रा के लिए सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा। इस वर्ष सावन मास 11 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। हर साल सावन माह के प्रथम सोमवार को कवर्धा के बूढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक पद यात्रा होती है। इस वर्ष पवित्र और सावन मास का प्रथम सोमवार 14 जुलाई को भोरमदेव पदयात्रा होगा। पदयात्रा में कबीरधाम जिले के नागरिक, कवर्धा में रहे पूर्व अधिकारी हिस्सा लेंगे।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के पहल पर भोरमदेव और कवर्धा के बूढ़ा महादेव मंदिर के पास में वॉटर प्रुफ डोम, निःशुल्क ठहरने, भोजन, स्वल्पाहार, स्वास्थ्य, सुरक्षा व्यवस्था बनाया जा रहा है। प्रत्येक रविवार को निःशुल्क भंडारे की व्यवस्था श्रद्धालु के लिए की गई है। कवर्धा होते हुए भोरमदेव आने वाले कांवड़ियों के लिए चार स्थानों कृषि उपज मंडी, ट्रासपोर्ट नगर के सामुदायिक भवन, वीर सावरकर भवन और युथ क्लब में ठहरने, पेयजल, शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद राजानांवागांव में अजीविका केन्द्र डोम में लगभग 2000 से अधिक श्रद्धालुओं की ठहरने पेयजल, शौचालय सहित मेडिकल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए पुलिस पेट्रोलिंग की गाड़ी भी 24 घंटे संचालित होगी। मुख्यमार्ग में पड़ने वाले गांव के पंचायतों में भी ठहरने की व्यवस्था की गई है।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के पहल पर कांवड़ यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखी जाए। उन्होंने बताया कि मार्ग में ठहरने की समुचित व्यवस्था, पेयजल की उपलब्धता, मेडिकल टीमों की तैनाती, विद्युत व्यवस्था और विशेष रूप से यातायात प्रबंधन व सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किया जाएगा। जिले के अधिकारी स्वयं क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि समस्त कार्यों को सावन माह प्रारंभ होने से पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। कलेक्टर श्री वर्मा ने बताया कि कांवड़ यात्रा की व्यवस्था सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से की जाए। इसके लिए एनसीसी, एनएसएस, स्काउट, रेडक्रॉस, नेहरू युवा केंद्र, हरीतिमा, ज्वॉइंड हैंड्स एवं स्वामी विवेकानंद एकेडमी जैसी संस्थाओं से समन्वय कर तथा उन्हें जागरूक कर सेवा कार्यों में स्वप्रेरित रूप से सहभागी बनाया जाएगा।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के निर्देश पर श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाने के लिए कवर्धा से अमरकंटक एवं रायपुर से अमरकंटक तक अस्थायी बस परमिट जारी कर परिवहन की विशेष व्यवस्था की जाएगी। कांवड यात्रा मार्ग में बाइ़क एम्बुलेंस की व्यवस्था को दुरुस्त रखने और आपातकालीन स्थिति में त्वरित सेवा प्रदान की जाएगी। निजी चिकित्सालयों से समन्वय कर सावन में सेवा के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सावन माह में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा को सफल और सुगम बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अमरकंटक से बुढ़ामहादेव मार्ग के विभिन्न स्थलों पर ठहरने, पेयजल और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं की विस्तृत व्यवस्था की जा रही है। बैठक में बताया गया कि अमरकंटक से कावंड यात्रा निकलने पर पड़ने वाले ग्राम लमनी और खुड़िया में कांवड़ यात्रियों के लिए वॉटरप्रूफ टेंट की विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे बारिश के दौरान भी यात्रियों को कोई असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त, पंडरिया, कुई, पोलमी, डोंगरिया, खड़ौदा, सिल्हाटी, पोड़ी सहित कवर्धा के विभिन्न शासकीय स्कूलों एवं पंचायत भवनों में भी पेयजल, रात्रि विश्राम एवं शौचालय की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। बोड़ला जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम राजानवांगांव, खरहट्टा, भोरमदेव, बोड़ला एवं कबीरकुटी सहित जनपद पंचायत कवर्धा के अंतर्गत ग्राम सिंघनपुरी, समनापुरी, अमलीडीह, बरपेलाटोला, रेंगाखार खुर्द एवं कोड़ार में भी पेयजल, ठहरने एवं स्वच्छ शौचालय की सुविधा को दुरुस्त किया जा रहा है। प्रशासन का उद्देश्य है कि इस पवित्र यात्रा में सम्मिलित श्रद्धालुओं को संपूर्ण मार्ग में आवश्यक सुविधाएँ सुलभ हों और यात्रा के दौरान स्वास्थ्य एवं स्वच्छता मानकों का भी पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जा सके। इस अवसर पर डीएफओं श्री निखिल अग्रवाल, जिला पचायत उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, बोड़ला जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री रामकिंकर वर्मा, उपाध्यक्ष श्री नंद श्रीवास, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि श्री मनीराम साहू, श्री लोकचंद साहू, श्री खिलेश्वर साहू, श्री मोहन ठाकुर सहित जनप्रतिनिधिगण, समस्त जिला अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री वर्मा ने बैठक में भोरमदेव मंदिर क्षेत्र परिसर की साफ-सफाई, कवर्धा-भोरमदेव मार्ग में विद्युत के खंभों में प्रकाश व्यवस्था, मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों के लिए पेयजल के इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने भोरमदेव उद्यान की साफ-सफाई एवं बेहतर रख-रखाव करने भी कहा। इस दौरान भोरमदेव मंदिर परिसर में प्रकाश व बिजली के पुख्ता इंतजाम करने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण निगम के कार्यपालन अभियंता को निर्देशित किया। मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए बेरीकेटिंग करने पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता व मेला स्थल में व्यवस्थित तरीके से दुकान लगवाने संबंधित अधिकारी तथा भोरमदेव मार्ग में आवागमन व्यवस्था, यातायात नियंत्रण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्टर ने पदयात्रियों के लिए पंडाल एवं पेयजल, सुलभ शौचालयों की साफ-सफाई, पदयात्रा के दौरान अस्वस्थ्य होने की स्थिति आपात चिकित्सा व्यवस्था के तहत एंबुलेंस, डॉक्टर एवं जीवन रक्षक दवाईयों की व्यवस्था तथा फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने दर्शनार्थियों के जलाभिषेक दर्शन के लिए मंदिर परिसर में एलईडी टीवी लगाने, पदयात्रियों के लौटने के लिए निःशुल्क बसों की व्यवस्था, फायर बिग्रेड सहित सभी आवश्यक तैयारियों के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने मंदिर परिसर में विशेष साफ-सफाई, रंग रोगन एवं मंदिर की सजावट तथा मंदिर परिसर में पर्याप्त संख्या में डस्टबिन रखने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कांवरियों के विश्राम के लिए रास्ते में पड़ने वाले पंचायत भवन, सामुदायिक भवन, प्रतीक्षालय आदि सार्वजनिक स्थानों को आरक्षित रखते हुए वहां के शौचालय, बिजली, पेयजल व्यवस्था को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने भोरमदेव मंदिर के पास स्थित कांवरिया भवन सहित अन्य सार्वजनिक भवनों का निरीक्षण कर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए।