कार्य की गुणवत्ता के साथ भारत सरकार द्वारा निर्धारित सभी मानकों पर कार्य की जानकारी होगी एकत्रित
26 बिंदुओं के चेक लिस्ट अनुसार निरीक्षण दल परखेगा 86 कार्यो को
कवर्धा, 02 जून 23। कबीरधाम जिले में मिशन अमृत सरोवर के तहत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत बनाए गए अमृत सरोवर का निरीक्षण अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। कलेक्टर श्री जनमेजय के निर्देश पर इस बाबत जिले के सभी विकासखंड के लिए अलग-अलग निरीक्षण दल का गठन किया गया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार कुल 86 अमृत सरोवर का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिए भारत सरकार द्वारा 26 बिंदुओं का निरीक्षण प्रपत्र, चेक लिस्ट तैयार किया गया है जिससे निरीक्षण दल द्वारा मौके पर जाकर दर्ज किया जाएगा। साथ मे निरीक्षण प्रपत्र के बिंदुओं की जानकारी ऑनलाइन ऐप के माध्यम से प्रविष्टि की जाएगी।उल्लेखनीय है कि केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा सभी कार्यो का निरीक्षण 10 जून तक पूर्ण करने के निर्देश विभाग द्वारा दिए गए हैं जिस पर ज़िले में कार्यवाही प्रारंभ हो गया है।
निरीक्षण में क्या-क्या देखा जाएगा
निरीक्षण दल अमृत सरोवर के स्थल पर जाकर 26 बिंदुओं पर परीक्षण करेगा जैसेः- अमृत सरोवर निर्माण का कार्य स्थल सही है कि नहीं, पानी आने और निकलने की समुचित व्यवस्था, केचमेंट एरिया, पिचिंग, सरोवर की गहराई मानक अनुसार है अथवा नहीं, यूजर ग्रुप बनाने और कार्यों से जोड़ना, आजीविका के साधनों की जानकारी ,ध्वजारोहण के लिए चबूतरा का निर्माण,नागरिक सूचना पटल का सही निर्माण,ग्रामीणों से चर्चा तथा अमृत सरोवर का फोटो भारत सरकार के वेबसाइट में उपलोड करना जैसे अनेक बिंदु शामिल है।
बनाए गए अमृत सरोवरो का होगा सामाजिक अंकेक्षण
जिले के सभी 86 अमृत सरोवर का सामाजिक अंकेक्षण किया जाना है। इस संबंध में राज्य शासन द्वारा दिशा-निर्देश देते हुए कहा गया है कि महात्मा गांधी नरेगा योजना से निर्मित इन कार्यों का अंतर विभागीय निरीक्षण के साथ पूर्ण हुए अमृत सरोवर के कार्य का ग्रामीणों के समक्ष सामाजिक अंकेक्षण इकाई द्वारा अकेक्षण कर उपयोगिता पारखी जाएगी।
कलेक्टर ने निरीक्षण दल को 10 जून तक अमृत सरोवर का निरीक्षण करने के दिए निर्देश
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि केंद्र एवं राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में निर्मित सभी अमृत सरोवर का भौतिक सत्यापन चेक लिस्ट के आधार पर किया जाना है। मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उक्त कार्यवाही को 10 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं, जिस पर त्वरित कार्य करते हुए निरीक्षण दल का गठन कर लिया गया है , जो आबंटित विकासखंड में जाकर कार्यों को देखेंगे और चेक लिस्ट को पूर्ण करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। साथ ही साथ निरीक्षण ऐप में कार्यो की प्रविष्टियां की जाएगी।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि जल संसाधन विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एवं अन्य कर्मचारियों को मिलाकर चार दल का गठन किया गया है। प्रत्येक निरीक्षण दल में 4 सदस्य शामिल है एवं एक विकासखंड के कार्यों का निरीक्षण दूसरे विकासखंड के कर्मचारियों के दल द्वारा किया जा रहा है। कार्य की उपयोगिता एवं कार्य मानक अनुसार पूरे हुए है कि नहीं इसकी जानकारी निरीक्षण दल प्रपत्र में एकत्रित कर प्रस्तुत करेंगे।
क्या है मिशन अमृत सरोवर योजना
उल्लेखनीय है कि आजादी के 75 वे सालगिरह के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी परिपेक्ष में प्रत्येक जिलों में कम से कम 75 जल स्रोतों का निर्माण करने के लिए मिशन अमृत सरोवर चलाया जा रहा है, जिसके तारतम्य में कबीरधाम जिले में भी 86 अमृत सरोवर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से बनाए गए हैं। एक और जहां अमृत सरोवर के बनने से जल संरक्षण के साथ जल संचय होकर भू-जल स्तर में वृद्धि होगी। वही दूसरी ओर अमृत सरोवर को आजीविका के कार्य से जोड़ने की भी योजना है जिसमें स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा। प्रत्येक अमृत सरोवर कम से कम 1 एकड़ के क्षेत्र में निर्मित किया गया है जिसमें 10000 घनमीटर जलभराव की क्षमता होगी। इस कार्य से ग्रामीणों को जल संरक्षण के साथ रोजगार के पर्याप्त अवसर मिल रहे हैं जो सही मायने में ग्रामीणों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रहा है।