छत्तीसगढ़

दृष्टि बाधित सहायक प्राध्यापक को मिला कम्प्यूटर

अब पढ़ाने में होगी सुविधा
उदारी पटवारी निलंबित


अम्बिकापुर 20 दिसम्बर 2022/
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अयोजियत जनचौपाल में लोगों की समस्याएं सुनकर त्वरित निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। जनचौपाल में दृष्टि बाधित दिव्यांग सहायक प्राध्यापक की मांग पर समाज कल्याण विभाग द्वारा एक कम्प्यूटर प्रदान किया गया। कम्प्यूटर मिल जाने से अब दिव्यांग सहायक प्राध्यापक को ब्रेल लिपि के माध्यम से हिन्दी माध्यम में पढ़ाने में सुविधा होगी। कलेक्टर ने लुण्ड्रा विकासखंड के ग्राम उदारी में पदस्थ पटवारी के द्वारा लापरवाही करने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए।
लुण्ड्रा विकासखंड के ग्रामी जोरी निवासी दृष्टि बाधित दिव्यांग कुमारी श्वेता ने बताया कि उन्होंने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली से समाजशास्त्र में ब्रेल लिपि के माध्यम से एमए अंग्रेजी माध्यम से किया है तथा हाल ही में छत्तीसगढ़ लोक आयोग के माध्यम से सहायक प्राध्यापक के पद पर चयनित हुई हैं तथा तथा वर्तमान में राजमोहनी देवी कन्या महाविद्यालय अम्बिकापुर में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करने के कारण हिन्दी माध्यम से ब्रेल लिपि में रूपांतरण करने में दिक्कत हो रही थी। अंग्रेजी से हिन्दी में रूपांतरण के लिए कम्प्यूटर की जरूरत थी जो आज जनचौपाल में कलेक्टर के द्वारा प्रदान किया गया।
कलेक्टर ने जनपद सदस्य लुण्ड्रा के आवेदन को गंभीरता से लेते हुए ग्राम उदारी पटवारी हल्का नंबर 25 में पदस्थ पटवारी श्री अनसेलम कुजूर को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए। जनपद सदस्य ने बताया कि पटवारी मुख्यालय में नहीं रहते तथा महीना में एक या 2 बार ही ग्राम में आते हैं और ग्रामवासियों को कोई भी काम नहीं करते जिसके कारण ग्रामवासियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।
बतौली विकासखंड के ग्राम नकना निवासी कुमारी अनिता सिंह को नर्सिंग कॉलेज के द्वारा फीस जमा नहीं करने के कारण मूल दस्तावेज नहीं दिया जा रहा था जिस पर कलेक्टर ने तत्काल मूल दस्तावेज आवेदिका को दिलवाया। कुमारी अनिता सिंह ने बताया कि  अम्किपुर स्थित वी केयर नर्सिंग कॉलेज में प्रथम वर्ष की पढ़ाई के दौरान पिता की मृत्यु हो जाने से फीस जमा नहीं कर पाई थी जिसके कारण कॉलेज के द्वारा उसके मूल दस्तावेज को जमा कर वापस नहीं दिया जा रहा था।

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