रायगढ़ मार्च 2022/ अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिले में महिला रक्षा टीम तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव सिन्हा की भी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में उपस्थितगणों को उनके द्वारा संबोधित करते हुए कहा गया कि लैंगिक असामना के लिए सर्वप्रथम कन्या भु्रण हत्या की अपराधों को समाज से पूरी तरह खत्म करना होगा। हमें बड़े पदों की बात न भी करें तब भी आज की दौर की महिलाएं हमें हवाई जहाज से ट्रक, बस, ऑटो चलाते हुए नजर आती हैं, जिससे स्पष्ट है कि महिलाएं भी उतनी ही सक्षम है जितने समाज के पुरूष वर्ग, आवश्यकता है मात्र संकल्प शक्ति की। उन्होंने आगे कहा कि कोविड की महामारी ने आर्थिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से हमारी जीवन शैली को प्रभावित किया है, जिससे ऐसे परिवार में घरेलू हिंसा की समस्याएं बढ़ी, जहां पहले से ही आपसी सामंजस्य व तालमेल की कमी थी। इस समस्या का सर्वश्रेठ समाधान दोनों पक्षों की कॉउसलिंग करना/समाझाईश देना है, हमारा संविधान भी समता एवं लिंग के आधार पर भेद-भाव पर प्रतिषेध की बात कहता है। हमें मात्र अपनी-अपनी विचार धारा में परिर्वतन की आवश्यकता है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा महिलाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए कई योजना बनायी गयी है, महिलाओं के नि:शुल्क विधिक सहायता का प्रावधान किया गया है, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्ही योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर कार्य करता है। यदि हमारा सम्पूर्ण समाज मिलकर अपनी ऊर्जा समस्याओं से हटा कर समाधान की ओर लगाना प्रारंभ कर दें, तब नि:संदेह इस महिला दिवस मनाये जाने का आशय सार्थक हो जायेगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चक्रधर बालसदन में महिला दिवस पर चिकित्सा विभाग के सहयोग से किया गया स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव सिन्हा के द्वारा चक्रधर बालसदन में मासिक निरीक्षण के दौरान गायनिक एवं मनोचिकित्सक की उपस्थिति पर विशेष स्वास्थ्य परीक्षण की आवश्यकता से अवगत कराया गया। जिसे देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विशेष स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें गायनिक चिकित्सक डॉ.काकोली पटनायक, सायकोलॉजिस्ट डॉ.राव एवं स्टाप के द्वारा सभी बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। साथ ही स्वास्थ्य शिविर के उपरांत कार्यक्रम द्वारा जागरूकता शिविर का आयोजन भी किया गया। जिसमें विशेष न्यायाधीश श्रीमती पल्लवी तिवारी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री दिग्विजय सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री भास्कर मिश्रा एवं सुश्री सतप्रीत कौर छाबड़ा भी उपस्थित रहे तथा उनके द्वारा महिलाओं से संबंधित कानूनी जानकारी प्रदान की गई। अंत में बच्चों के उत्साह वर्धक तथा परिवारिक माहौल प्रदान करने के आशय से न्यायाधीशगण द्वारा बच्चों को कुछ गेम्स भी खेलाया गया।
