अम्बिकापुर, 21 अगस्त 2025/sns/- छत्तीसगढ़ शासन महिलाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर और रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार ठोस कदम उठा रहा है। इसी क्रम में आज राज्य विद्युत विभाग के गांधीनगर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में विद्युत सखियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
सरगुजा जिले के विभिन्न विकासखण्डों से आई 11 विद्युत सखियों को आधुनिक तकनीक आधारित स्पॉट बिलिंग कार्य का प्रशिक्षण दिया गया। ये सखियाँ अब सितम्बर माह से उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर विद्युत मीटर की रीडिंग लेंगी और एंड्रॉयड मोबाइल व ब्लूटूथ थर्मल प्रिंटर की मदद से मौके पर ही बिल उपलब्ध कराएँगी।
महिलाओं को मिलेगा रोजगार का अवसर
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार, यह कार्य राज्य विद्युत विभाग और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत सक्रिय स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को सौंपा गया है। प्रत्येक विद्युत सखी को विभाग द्वारा लगभग 1000 घरों का आवंटन किया जाएगा। इन घरों से बिलिंग कर वे न केवल ग्रामीण उपभोक्ताओं को सुविधा पहुँचाएँगी, बल्कि अपनी मेहनत के आधार पर कमीशन भी अर्जित करेंगी।
प्रथम चरण की शुरुआत
विद्युत विभाग द्वारा प्रारंभिक चरण में सरगुजा जिले को 11 अलग-अलग क्लस्टरों में विभाजित किया गया है। इन क्लस्टरों में चयनित विद्युत सखियाँ घर-घर जाकर मीटर रीडिंग और बिल वितरण का कार्य करेंगी। प्रशिक्षण के उपरांत सितंबर माह से यह अभियान शुरू हो जाएगा।
महिलाओं की आत्मनिर्भरता की ओर कदम
इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। ग्रामीण अंचलों की महिलाएं अब केवल घर तक सीमित न रहकर, तकनीक आधारित कार्यों में भी दक्ष होंगी।
संभाग का दूसरा जिला
गौरतलब है कि सरगुजा जिले को संभाग का दूसरा जिला चुना गया है जहाँ विद्युत सखियों को प्रशिक्षित कर बिलिंग कार्य में लगाया जा रहा है। इससे पहले संभाग के एक अन्य जिले में इस मॉडल को सफलतापूर्वक लागू किया जा चुका है। अब सरगुजा में इसकी शुरुआत से पूरे क्षेत्र के उपभोक्ताओं को समय पर बिजली बिल की सुविधा मिलेगी।

