सुकमा, 14 अगस्त 2025/sns/- छत्तीसगढ़ शासन के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा संचालित किसान वृक्ष मित्र योजना के अंतर्गत कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा डीएफओ श्री अक्षय भोंसले के मार्गदर्शन में सुकमा जिले के 58 कृषकों ने आईटीसी भद्राचलम (तेलंगाना) का अध्ययन दौरा किया। इस दौरे में किसानों को क्लोनल नीलगिरी (यूकेलिप्टस) वृक्षारोपण के आर्थिक पहलुओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। साथ ही उन्होंने उच्च गुणवत्ता वाले पौधे तैयार करने वाली नर्सरी का निरीक्षण किया तथा पहले से स्थापित सफल वृक्षारोपण स्थलों का भी अवलोकन किया।
इस अध्ययन दौरे में किसानों के साथ प्रेरक भी उपस्थित रहे, जो योजना के अंतर्गत किसानों को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। आईटीसी भद्राचलम के विशेषज्ञों ने किसानों को बाजार मूल्य, उत्पादन लागत, उपज और समयावधि के साथ होने वाले लाभ के बारे में व्यावहारिक जानकारी दी, जिससे वे अपने खेतों में बेहतर वाणिज्यिक वृक्षारोपण कर सके।
किसान वृक्ष मित्र योजना के तहत जिले के लिए 7.40 लाख क्लोनल नीलगिरी पौधों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसका रोपण लगभग पूरा हो चुका है। इन पौधों की आपूर्ति आईटीसी भद्राचलम द्वारा की जा रही है, जो गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता के लिए देशभर में प्रसिद्ध है।
इसी क्रम में 306 किसानों को कुल 74 लाख रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में हस्तांतरित की जा रही है। पौधों के जीवित रहने की स्थिति के अनुसार तीन वर्षों तक डीबीटी माध्यम से सहायता राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भुगतान किया जाता है ।
डीएफओ श्री अक्षय भोसले ने जिले के सभी किसानों से अपील की है कि वे किसान वृक्ष मित्र योजना से जुड़कर न केवल अपनी आय में वृद्धि करें बल्कि सुकमा जिले को हरियाली से आच्छादित करने के इस अभियान में सहभागी बनें।