छत्तीसगढ़

कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने प्राचार्यों की बैठक लेकर शिक्षा की गुणवत्ता तथा बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधार के लिए निर्देश दिए



40 से 90 प्रतिशत परीक्षा परिणाम सुधार करने वाले स्कूलों को जिला प्रशासन की ओर से पुरस्कार

छात्रों की उपस्थिति और परीक्षा परिणाम में सुधार के निर्देश दिए

परीक्षा परिणाम सुधार नहीं होने पर कलेक्टर ने प्राचार्यों को दी कार्रवाई की चेतावनी

कलेक्टर ने पालकों से अपील किया कि बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए नियमित रूप से स्कूल भेजें

सारंगढ़ बिलाईगढ़ 6 अगस्त 2025/कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने जिले के स्कूलों के प्राचार्य, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी की बैठक लेकर दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम और इस शैक्षणिक सत्र से बच्चों की उपस्थिति की विस्तृत समीक्षा किया। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने जिन स्कूलों के बोर्ड परीक्षा के अपेक्षित परिणाम नहीं आए हैं (जैसे 50% से कम)। ऐसे स्कूलों के बोर्ड परीक्षा परिणाम में आवश्यक सुधार लाने के लिए कलेक्टर ने संबंधित स्कूलों के प्राचार्यों को कड़े शब्दों से सख्त निर्देश दिए।

 जिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम दर्ज है, उन पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर कर उस दिशा में प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। संबंधित स्कूल के बोर्ड परीक्षा परिणाम में आवश्यक सुधार नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई करने कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए।

बच्चों को स्कूल भेजने कलेक्टर की अपील

कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने पालकों से अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए नियमित रूप से स्कूल भेजें। कलेक्टर ने कहा कि युक्तिकरण के बाद स्कूल में शिक्षकों की कमी की समस्या थी, उसे दूर कर लिया गया है।

 कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने स्कूलवार बोर्ड परीक्षा परिणाम की समीक्षा के दौरान अगले शैक्षणिक सत्र से इसमें सुधार लाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने प्राचार्यों से कहा कि जो भी बच्चे किसी कारणवश स्कूल नहीं आ रहे हैं या लंबे समय से अनुपस्थित हैं तो उसके घर जाकर उनसे संपर्क कर स्कूल आने के लिए प्रेरित करें। साथ ही उनके पालकों को भी इस बारे में जागरूक करें।

कलेक्टर ने हर महीने परीक्षा लेने दिए निर्देश

10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में पिछले 5 वर्षों के मॉडल प्रश्न पत्र तथा सिलेबस के अनुसार हर महीने परीक्षा लेवें ताकि परीक्षा परिणाम में अपेक्षित सुधार आए।

सतत रूप से स्कूलों का दौरा करें

कलेक्टर ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी को सतत रूप से स्कूलों का दौरा करने के निर्देश दिए। 50% से नीचे परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों के लिए जिला स्तर के अधिकारी को नोडल बनाया गया है। वे उन स्कूलों का विशेष निगरानी करे।

बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कोटपा एक्ट तथा नशा मुक्ति अभियान के तहत स्कूल बाउंड्री वाल से 100 मीटर के दायरे में  नो टोबेको जोन (तंबाकू मुक्त परिसर) घोषित किया गया है। अगर कोई इस एरिया में तंबाकू उत्पाद बिक्री करते पाया जाता है तो संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को सूचित करें।

शैक्षणिक गतिविधियों के साथ बच्चों का नैतिक मूल्य भी सिखाया जाए

कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने सभी प्राचार्यों को निर्देश दिए कि बच्चों को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ नैतिक मूल्यों जैसे ट्रैफिक नियम, सामान्य ज्ञान, प्रकृति की रक्षा, लैंगिक उत्पीड़न,  बाल विवाह रोकथाम, पर्यावरण का महत्व,  साक्षरता, साफ सफाई, अपने माता-पिता, बुजुर्गों का आदर सम्मान आदि नैतिक मूल्यों को भी सिखाया जाए ताकि भविष्य में एक अच्छा या नागरिक बने।

बच्चों को जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र बनवाए

कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने जिन बच्चों का आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र नहीं बना है, उनका फार्म भरवाने के निर्देश दिए। एसडीएम व तहसीलदार से संपर्क कर उनका आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनवाए ताकि बच्चों को जाति, आय व निवास प्रमाण पत्र के लिए अनावश्यक न भटकना पड़े। इस बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी जे आर डहरिया, सभी बीईओ,  प्राचार्य आदि उपस्थित थे।

40 से 90 प्रतिशत परीक्षा परिणाम सुधार करने वाले स्कूलों को जिला प्रशासन की ओर से पुरस्कार

कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने जिले के ऐसे हाईस्कूल जिनका 40% से कम परीक्षा परिणाम आया है, यदि वह स्कूल इस शैक्षणिक वर्ष में 90% परीक्षा परिणाम लाते हैं तो उनको जिला प्रशासन की ओर से स्कूल में शैक्षणिक विकास के लिए ₹ 1 लाख और कक्षा 12वीं में 40% से कम प्रतिशत लाने वाले ऐसे स्कूल जो इस शैक्षणिक वर्ष में 90% परीक्षा परिणाम लायेंगे, उनको जिला प्रशासन की ओर से स्कूल में शैक्षणिक विकास के लिए ₹2 लाख प्रदान किए जाएंगे।

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