कवर्धा, 14 जुलाई 2025/sns/- सावन के प्रथम सोमवार को आयोजित भव्य भोरमदेव पदयात्रा में उस समय भावनाओं का सागर उमड़ पड़ा जब बाल शिव का साक्षात रूप लिए एक बालक भक्तों के कंधों पर सवार होकर बूढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव शिवालय तक पहुँचा। यह दृश्य श्रद्धालुओं के लिए आस्था, भक्ति और भावुकता से भर देने वाला क्षण बन गया।
पूरे मार्ग में बाल शिव के दर्शन के लिए भक्तों में उत्साह और श्रद्धा देखने योग्य थी। भक्तों ने बाल शिव को हाथों हाथ लिया, उनके चरण स्पर्श किए, और उन्हें फलाहारी, मिठाई व प्रसाद अर्पित कर सम्मानपूर्वक ग्रहण कराया। बाल शिव का चेहरा शांत, भावमय और दिव्य आभा से युक्त था, जो उपस्थित हर व्यक्ति को गहराई से छू गया। यह दृश्य देखकर सम्पूर्ण वातावरण “हर हर महादेव”, “बम-बम भोले” के नारों से गूंज उठा और श्रद्धालु शिवभक्ति में डूब गए। महिलाओं, बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों दृ सभी ने बाल शिव की आरती की, और उन्हें साक्षात भोलेनाथ का रूप मानते हुए पूजा-अर्चना की।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा और कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने भी बाल शिव के समक्ष श्रद्धा पूर्वक नमन कर शिवभक्ति के इस जीवंत स्वरूप को सराहा। जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने कहा कि भक्ति और बाल शिव का यह संगम लोगों को शिवत्व से जोड़ने का अनुपम प्रयास है।