सुकमा, 07 मई 2025/sns/- सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत जिले में तृतीय चरण की शुरुआत हो चुकी है। इस चरण में जिले के सभी विकासखंडों में निर्धारित तिथियों पर समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव एवं सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। इसी क्रम में विकासखंड छिंदगढ़ में ग्राम पंचायत कुंदनपाल में समाधान शिविरों का सफल आयोजन किया गया।
ग्राम पंचायत कुंदनपाल में आज समाधान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें कुंदनपाल, कुन्ना, मिचवार, डब्बा, पुसगुन्ना, अधिकारीरास एवं गोरली के ग्रामीण शामिल हुए। इस दौरान सभी विभागीय अधिकारियों ने शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और सभी विभागों ने स्टॉल लगाकर सुशासन तिहार अंतर्गत आवेदन ली। आवेदनों को शीघ्र निराकरण करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्री हुंगा राम मरकाम ने कहा कि वर्तमान में सुकमा जिले में सुशासन तिहार का आयोजन किया जा रहा है और यह प्रदेश एवं देश को विकसित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन योजना चलाई जा रही है तथा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। साथ ही ग्रामीणों को अपना पक्का मकान बनाने हेतु आवास योजनाओं के अंतर्गत स्वीकृति दी जा रही है। पंचायतों में पारदर्शिता के लिए डिजिटल सेवाएं प्रारंभ की गई हैं, जिससे जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ सुगमता से मिल सके।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य श्री हूंगा राम मरकाम, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती अंजली मरकाम, जनपद सदस्य स्तुति सोढ़ी, जनपद सदस्य लक्ष्मण मंडावी, जनपद सदस्य बुधरा मुचाकी सहित सरपंच सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
समाधान शिविर में मिला जीवन को सहारा
समाधान शिविर कुन्दनपाल के दौरान कुल 52 हितग्राहियों को राशन कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना और मुख्यमंत्री पेंशन योजना अंतर्गत 05 हितग्राही लाभान्वित हुए। इसके अतिरिक्त स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत 21 हितग्राहियों को व्यक्तिगत शौचालय निर्माण हेतु स्वीकृति पत्र प्रदान की गई।
गोद भराई एवं अन्न प्रशान कार्यक्रम आयोजित
सुशासन तिहार के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ष्अन्न प्राशनष् कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बच्चों को अन्न प्राशन कराया गया। साथ ही गर्भवती महिला को गोद भराई कार्यक्रम कर उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई गई।
