छत्तीसगढ़

आवास बना आजीविका का साधन

बीजापुर, जनवरी 2023- हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका स्यवं का पक्का मकान हो ऐसा हि सपना देखा था। जनपद पंचायत भोपालपटनम के ग्राम संगमपल्ली मे रहने वाली सपके नरसक्का ने, सपके नरसक्का एक विधवा बुजुर्ग महिला है जो कि अपने पुरानी झोपड़ी के सामने टपरी लगा कर दुकान का संचालन कर अपना जीवन यापन कर गुजर-बसर कर रही थी उनके साथ उनका एक पुत्र और बहु रहते है जो कि मजदुरी का कार्य करते है ऐसे में पक्का आवास की कल्पना कर पाना मुश्किल था। परन्तु इस कल्पना को साकार किया प्रधानंमत्री आवास ने, आपको बताते दे कि सपके नरसक्का के पति श्री लालैया की मृत्यु पूर्व में हो चुकी थी ऐसे में अकेले जीवन काटना मुश्किल था परन्तु बुजुर्ग महिला ने अपने हौसले से अपना जीवन जिया, इसी कड़ी में जब उनको पता चला कि आवास योजना से आवास का लाभ मिलने वाला है तो उन्होने सबसे पहले सोचा की मै आवास के साथ-साथ एक दुकान के लिए कमरा बनाऊंगी इस निर्णय को उसके पुत्र ने सहमति देते हुए पूरा परिवार आवास निर्माण पूर्ण कर लिया। सपके नरसक्का अपने पुराने दिनो को याद कर भावुक हो जाती है उनका कहना है कि मेरे पति ने झोपड़ी में अपने दिन काट दिये उन्होने ही अच्छे घर में रहने का सपना देखा था काश उनके रहते मेरा सपना पूरा होता परन्तु वो आज हमारे बीच नहीं है पर जहॉ भी होंगे हमे देख रहे होगें।
मैं अभी अपनी दुकान नई जगह पर शुरू नही की हुॅ परन्तु  मैं बहुत खुश हुॅ कि आज मेरा आवास और दुकान का सपना पुरा हो गया है मैं जल्द ही गृह प्रर्वेश कर दुकान नये आवास में संचालित करूंगी।

महिला सभा का आयोजनथीम-बेटी बचाओ, बेटी- पढ़ाओ अभियान अंतर्गत लड़कियां जहां- खुशियां वहां
बीजापुर, जनवरी 2023- जिला बीजापुर में राष्ट्रीय बालिका दिवस सप्ताह पर गुरुवार को विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया जिले के ग्राम पंचायतों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लड़कियां जहां खुशियां वहां सक्षम बिटिया आजादी की अमृत महोत्सव पर किशोरियों एवं महिलाओं को कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी देने के लिए  गतिविधियों का आयोजन किया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान में ग्राम पंचायतों में महिला वह किशोरी सशक्तिकरण को लेकर महिलाओं एवं बच्चों के कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी देने के लिए विभिन्न स्थानों पर गतिविधि आयोजन किया गया। इस दौरान आयोजन पर विभिन्न स्थानों में उपस्थित महिलाओं किशोरियों बालिकाओं को कानूनी अधिकारों के बारे में बताते हुए बताया गया कि बालिका बालक में समानता और सम्मान की भावना को लेकर पूरा सप्ताह राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जा रहा है जिससे कि समाज में व्याप्त महिलाओं के प्रति फैली कुरीतियों को दूर कर बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सके । शिक्षा से बड़ी और कुछ नहीं है यदि हम नारी शिक्षा के अलग को जगा लेते हैं तो अपने पूरे परिवार को शिक्षित किया जा सकता है ना केवल परिवार बल्कि समाज को भी शिक्षित किया जा सकता है नारी शिक्षा से अधिक महत्वपूर्ण कोई दूसरी बात नहीं हो सकती हैं महिलाएं अब किसी से कमजोर नहीं है बस उन्हें अपने शक्ति पहचानने की जरूरत है इस दौरान रंगोली प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया बालिकाओं के द्वारा शिक्षा राष्ट्रीय बालिका दिवस आयोजन के संबंध में भाषण, वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया महिला पर्यवेक्षक व वॉलिंटियर के द्वारा बच्चों और महिलाओं के कानूनी अधिकारों की जानकारी दिया गया जिसके अंतर्गत छात्राओं को किशोरियों को अनैतिक व्यापार अधिनियम घरेलू हिंसा अधिनियम सखी वन स्टॉप सेंटर और बाल अधिकार संरक्षण तंत्र की जानकारी देते हुए किशोरियों को लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की जानकारी भी दिया गया साथ ही साथ बाल विवाह बाल श्रम के बारे में बताया गया स्वच्छता से संबंधित जानकारी दिया गया इस दौरान महिलाओं को गोद लेने की वैधानिक प्रक्रिया दत्तक ग्रहण नियम की जानकारी भी दिया गया महिलाओं एवं किशोरियों को ग्राम पंचायत स्तर पर संधारित पलायन पंजी के बारे में भी जानकारी दिया गया कि कभी भी ग्राम पंचायत से बाहर काम के लिए पलायन करते हैं तो पलायन पणजी पर इसकी जानकारी उल्लेखित करना अनिवार्य है जब कभी भी ग्रामसभा की बैठक होंगे तो अपने ग्राम पंचायत को हिंसा मुक्त वातावरण बनाने और शत प्रतिशत अपने ग्राम पंचायत के बालक बालिकाओं को स्कूल से जोड़ने के बारे में चर्चा अवश्य किया जाए कोई भी बालिका शिक्षा से वंचित ना हो इस बात का जरूर ध्यान हम सभी को रखना हो शिक्षा से वंचित होने के कारण अपने अधिकारों के बारे में जानकारी नहीं होगा इस कारण से शोषण के स्तर पर जाएगा अज्ञानता के कारण किशोरी अपनी बात को नहीं रख पाएंगे और उनके साथ अत्याचार होने की गुंजाइश अधिक बढ़ जाता है इसलिए महिला उत्पीड़न संबंधित समस्त अधिकारों की जानकारी होना चाहिए
इन सब के साथ ही बच्चों के लिए जारी चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 महिलाओं के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर 181 के बारे में भी जानकारी दिया गया सांची जिले को कुपोषण व एनीमिया से मुक्त बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान राष्ट्रीय पोषण अभियान व मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की भी जानकारी दिया गया सभी बालिकाएं सही पोषण और स्वच्छता के बारे में जाने तभी व व्यवहार परिवर्तन कर अपने घरों में भी इसको करा सकते हैं यह हम सब की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित सभी किशोर किशोरी महिलाओं बालिकाओं के साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के शपथ भी लिया गया जिससे कि ग्राम पंचायत में बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सके पूरे अभियान को आजादी की अमृत महोत्सव लड़कियां जहां खुशियां वहां बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के थीम पर ही जानकारी दिया गया। इस अवसर पर पर्यवेक्षकगण, बीजादूतीर स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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