लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र में नि:शुल्क परामर्श, जांच व उपचार प्राप्त करने की अपील
रायगढ़, अगस्त 2022/ देश के कुछ राज्यों में एच1 एन1 के बढ़ते प्रकरण को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देश पर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.केशरी द्वारा स्वाइन फ्लू से बचाव व रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया है। डॉ.केशरी ने बताया कि स्वाइन फ्लू श्वसन तंत्र संक्रमण है जो मानव में इनफ्लूंजा वायरस(एच1एन1) के कारण होता है। इसमें सर्दी, खासी, गले में खराश, बुखार, सिद दर्द, बदन दर्द, थकावट तथा कभी कभी उल्टी-दस्त जैसे लक्षण होते है।
संक्रमित व्यक्ति को सामान्यत: एक सप्ताह के भीतर सामान्य: उपचार से स्वस्थ हो जाता है। लेकिन उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों जैसे गर्भवती महिलाएं, 5 वर्ष कम उम्र के बच्चे, 65 वर्ष से अधिक वृद्वा अथवा किसी अन्य रोग से ग्रसित व्यक्तियों में इस संक्रमण की जटिलता होने की संभावना अधिक होती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने मरीज के घर पर आवश्यक सावधानियां बरतने के निर्देश दिए है। जिसके अनुसार सभी सर्दी, बुखार, आईएलआई के मरीज इलाज के साथ अपने घरों में सात दिवस के होम आइसोलेशन में रहना और यदि लक्षण बढ़ते है तो डॉक्टर की सलाह से अस्पताल में जाने के पश्चात पाजीटिव आने पर स्वाइन फ्लू की दवाई लेकर भर्ती रखना है। इसके लिए सभी अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि एसएआरआई के सभी भर्ती मरीजों का एच1एन1 जांच अनिवार्य रूप से कराये। इसके अलावा होम आइसोलेशन के दौरान पृथक हवादार कमरे में रहना, मॉस्क का प्रयोग करना, अन्य व्यक्तियों से दूरी, मरीज के उपयोग के सामान को अलग रखना इत्यादि सावधानी बरतनी चाहिए। लक्षण के आधार पर तत्काल अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जाना चाहिए। संक्रमण का प्रसार संक्रमित व्यक्ति में लक्षण प्रारंभ होने के 3-5 दिवस में अन्य व्यक्ति में हो सकता है। संक्रमण का प्रसार सामान्यत: संक्रमित व्यक्ति के संपर्क एवं छीकने-खॉसने से होता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने डॉ.केशरी ने अपील करते हुए कहा कि स्वाइन फ्लू के लक्षण से संबंधित व्यक्ति नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र में नि:शुल्क परामर्श, जांच व उपचार प्राप्त करें।