कोण्टा में बाढ़ राहत कार्यों के लिए सभी को दी बधाईसाप्ताहिक समय सीमा की बैठक संपन्न सुकमा, जुलाई 2022/ कोण्टा में आए बाढ़ में सभी अधिकारी-कर्मचारियों, नगर सेनानी, पुलिस प्रशासन एवं समस्त संबद्ध लोगों के प्रयासों से कोण्टा वासियों की समस्या का निदान हुआ, इसके लिए आप सभी को बधाई। कलेक्टर श्री हरिस. एस ने आज अधिकारियों को बधाई देकर साप्ताहिक समय सीमा की बैठक की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त पर जन सामान्य को राहत पहुंचाना और उनकी समस्याओं का जल्द निराकरण करना प्रशासन की जिम्मेदारी होती है, जिसे आप सभी ने बखूबी पूरा किया है।
संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्री हरिस.एस ने कहा कि कोण्टा से बाढ का पानी उतर चुका है, पर डायरिया, मलेरिया, डेंगू आदि जलजनित बिमारियों के फैलने की संभावना है, इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग सतर्क और सजग रहे। साथ ही सुकमा, दोरनापाल नगरीय क्षेत्र मे भी पार्षदों, जनप्रतिनिधियों के सहयोग से घर-घर जाकर दवा का छिड़काव करें और आम जन को साफ सफाई बनाए रखने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने सर्व विभाग के कार्यों की साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा की। गोधन न्याय योजना के तहत उन्होने सर्व जनपद सीईओ को निर्देशित करते हुए गोठानों में गोबर खरीदी मात्रा बढ़ाने को कहा। प्रत्येक पखवाड़ा 30 क्विंटल गोबर खरीदी प्रत्येक गोठान में सुनिश्चित करने पर जोर दिया। इसके साथ ही आगामी 28 जुलाई को शासन के निर्देशानुसार सभी गोठानों में हरेली तिहार के आयोजन और गौमूत्र खरीदी के संबंध आवश्यक तैयारी कर लेवे।
पीएम किसान सम्मान निधि अंतर्गत शेष कृषक पंजीयन कार्य में तेजी लाने हेतु ग्राम स्तर पर कृषकों को एकत्रित कर शिविर आयोजन के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कोविड टीकाकरण में तेजी लाने के लिए हर ब्लॉक में प्रतिदिन 2000 लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने हेतु सीईओ जनपद को निर्देशित किया। वहीं नगरीय क्षेत्रों में प्रतिदिन 1000 टीकाकरण करने को कहा। उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज हेतु पात्र लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए टीकाकरण दल को वार्ड स्तर पर मोबिलाइज करें। वहीं जिला कार्यालय में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों के टीकाकरण हेतु एक दिवसीय शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
जिले में एनिमिया ग्रसित महिलाओं, किशोरी बालिकाओं की पहचान के लिए उन्होेंने पुनः सर्वे जांच करने के निर्देश देते हुए स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास एवं आदिवासी विभाग तथा स्कूल शिक्षा विभाग को समन्वय करते हुए एनिमिया ग्रसितों का चिन्हांकन कर उन्हें दवा एवं आवश्यक उपचार मुहैया कराने को कहा। उन्होंने मिशन मोड में इस कार्य का संपादन करने के निर्देश दिए।