छत्तीसगढ़

नहीं लगाना पड़ा जिला मुख्यालय का फेरा

कोरबा अप्रेल 2022/ ड्रायविंग लाइसेंस की जरूरत न केवल वाहन चलाने के लिए जरूरी है वरन विभिन्न अवसरों व स्थानों पर यह एक वैध पहचान पत्र के रूप में पूरे देश में मान्य हैं। लर्निंग लाइसेंस बिना आरटीओ दफ्तर जाये गांव में ही चंद घण्टों में मिल जाए तो बड़ी राहत मिलती है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की पहल पर सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत विकासखंड करतला के रामपुर में आयोजित समाधान शिविर में कुछ ऐसा ही नजारा सामने आया। जहां बड़ी संख्या में परिवहन विभाग ने इंटरनेट कनेक्टिविटी विहीन ग्राम में अमले के साथ रजिस्ट्रेशन, वेरिफिकेशन ,एप्रूवल जैसे कागजी प्रक्रियाओं को पूरा कर शिविर स्थल पर ही 113 लोगों को अस्थाई (लर्निंग)लाइसेंस प्रदान की गई। समाधान शिविर में रामपुर निवासी 20 वर्षीय युवा साहिल अंसारी भी लाभान्वित हुए। जिन्हें भीषण गर्मी में रामपुर से कोरबा आरटीओ दफ्तर जाये बगैर लर्निंग लाइसेंस मिल गया। साहिल ने बताया कि गांव से जिला मुख्यालय दूर होने के कारण अभी तक ड्राइविंग लायसेंस नहीं बनवा पाया था। जिला प्रशासन द्वारा रामपुर में आयोजित शिविर में लायसेंस बनने की जानकारी मिलने पर शिविर में आकर लर्निंग लायसेंस के लिए आवेदन किया। परिवहन विभाग के स्टॉल में लायसेंस बनाने के लिए आवश्यक कर्मचारी और कम्प्यूटर आदि तकनीकी चीजों की व्यवस्था की गई थी। आवेदन देने के एक घंटे के भीतर लर्निंग लायसेंस बनाकर दे दिया गया। साहिल ने बताया कि गांव में ही लायसेंस बन जाने से काफी खुशी हो रही है। शिविर में लायसेंस बन जाने से दूर आरटीओ दफ्तर जाने की परेशानी से भी राहत मिल गई।

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