धमतरी, मार्च 2022/ नगरी विकासखण्ड के सिलयारी डायवर्सन एवं फुटहामुड़ा नहर के बन जाने से इस क्षेत्र के 22 गांवों के किसानों के 1940 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी तथा कृषि कार्य के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सकेगा। सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव के प्रयास से इन कार्यो की पुनरीक्षित प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है। उन्होंने क्षेत्र के किसानों को उनकी बहुप्रतीक्षित मांग स्वीकृति होने पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
कार्यपालन अभियंता जल प्रबंध संभाग कोड-38 श्री ए.के. पालड़िया ने बताया कि सिलियारी डायवर्सन एवं फुटहामुड़ा नहर निर्माण कार्य की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिल पाने की वजह से कई वर्षों से इसका निर्माण कार्य मूर्तरूप नहीं ले पा रहा था। सिहावा विधायक के प्रयास के चलते दिसंबर 2021 में 73.93 करोड़ रूपए की पुनः पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति नाबार्ड के 27वें चरण के तहत प्र्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि नाबार्ड से ऋण प्राप्त होने के बाद फुटहामुड़ा नहर के शेष कार्य 18.99 किलोमीटर मुख्य नहर एवं लघु नहर (क्रमांक-5), जिसकी लम्बाई 18.60 किलोमीटर है का निर्माण कार्य पूर्ण होगा। कार्यपालन अभियंता ने बताया कि कुकरेल क्षेत्र की काफी पुरानी और लंबित मांग थी, जिसके निर्माण के लिए वर्ष 2007 से ग्रामीणों द्वारा लगातार मांग की जा रही थी। इसके बन जाने से मगरलोड एवं धमतरी तहसील के कुल 22 ग्रामों को सिंचाई की सुविधा मुहैया हो सकेगी। उक्त डायवर्सन एवं नहर के तैयार हो जाने से नगरी तहसील के ग्राम माकरदोना, कुकरेल, मोहलाई, सियादेही, जरहाखार, कांटाकुर्रीडीह, बनबगौद (लट्टीडेरा), सिरौदकला, सिरौदखुर्द, बरबांधा, छुही, सलोनी, साल्हेभाठ, अरौद (ली), लीलर, पथर्रीडीह धमतरी विकासखण्ड के ग्राम दहरगहन, भंवरमरा, बागोडार तथा मगरलोड विकासखण्ड के ग्राम भोथा, पाहंदा और बोरसी के ग्रामीणों के कुल 1940 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि फुटहामुड़ा मुख्य नहर के हेड एवं 0 से 750 मीटर के जल संसाधन विभाग के भूखण्ड पर नहर निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। यह भी बताया गया कि वन विभाग से 24.43 हेक्टेयर प्रभावित वन भूमि का प्रथम चरण की स्वीकृति भारत सरकार वन तथा जलवायु पविर्तन द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है। वन विभाग को 363.12 लाख रूपए की क्षतिपूर्ति, वृक्षारोपण एवं प्रत्याशा मूल्य का भुगतान किया जा चुका है। साथ ही नहर निर्माण के लिए प्रभावित 09 ग्रामों के 124 किसानों को 337.95 लाख रूपए के भू-अर्जन का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह लघु माइनर के प्रभावित 05 ग्रामों 169 कृषकों को 320.99 लाख रूपए का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, जिसकी स्वीकृति मिलने पर उन्हें भुगतान किया जाएगा। इस प्रकार सिलियारी डायवर्सन व फुटहामुड़ा मुख्य नहर लाइनिंग के बन जाने से क्षेत्र के लगभग 15 वर्ष पुरानी बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होगी और किसानों को सिंचाई की उत्कृष्ट सिंचाई सुविधा मिलने से फसलों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सकेगा।