छत्तीसगढ़

जिले की आदिवासी बेटियों कों मिला धरती आबा संतृप्ति शिविर के माध्यम से सुरक्षित एवं उज्वल भविष्य का तोहफा

मोहला, 7 जुलाई 2025/sns/- धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत जिले में बेटियों के उज्ज्वल भविष्य और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अभिनव पहल करते हुए जिला कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति के निर्देश और मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संतृप्ति शिविरों का आयोजन किया गया। जिले के सभी 29 सेक्टर मुख्यालयों में आयोजित इन शिविरों में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत कुल 350 आदिवासी बालिकाओं के खाते खोले गए। जिले में अब तक 7500 बालिकाओं के सुकन्या खाते खोले जा चुके हैं। धरती आबा  संतृप्ति शिविर के माध्यम से जिले की आदिवासि बेटियों कों आर्थिक सुरक्षा एवं उज्वल भविष्य के लिए कारगर सिद्ध हुई, इससे जनजातीय समुदाय में बेटियों के भविष्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ा है। इस पहल के माध्यम से जनजातीय समुदाय की महिलाओं द्वारा महतारी वंदन योजना से प्राप्त होने वाली बचत राशि का उपयोग सुकन्या समृद्धि खातों में प्रारंभिक निवेश के रूप में किया गया। कई माता-पिता ने स्वयं आगे आकर अपनी बेटियों के खातों में यह राशि जमा कर यह संदेश दिया कि आज का निवेश, कल उनकी की बेटी का उज्वल का निर्माण करने में सहायक होगा।

इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सी. एस. मिश्रा ने कहा—

 “यह केवल खाता खोलने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि बेटियों के प्रति समाज की सोच में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक सशक्त पहल है। कलेक्टर महोदय के नेतृत्व में हमारा लक्ष्य है कि कोई भी पात्र बालिका इस योजना से वंचित न रहे।”

 यह पहल “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसे राष्ट्रीय अभियान को स्थानीय स्तर पर मजबूती प्रदान करती है और शासन की योजनाओं को धरातल पर साकार रूप देती है।

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