जगदलपुर, 19 सितम्बर 2025/sns/- भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय (पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय) द्वारा वर्ष 2025 के स्वच्छता पखवाड़ा कैलेंडर के तहत देशभर के स्कूलों, छात्रावासों और शैक्षणिक संस्थानों में स्वच्छता अभियान की शुरुआत हो रही है। बस्तर जिले में भी 16 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले इस पखवाड़े के साथ ही 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक श्स्वच्छता ही सेवाश् अभियान का भव्य आयोजन किया जाएगा। यह अभियान 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती को श्रद्धांजलि के रूप में समाप्त होगा। कलेक्टर श्री हरिस एस ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान का मुख्य थीम श्स्वच्छोत्सवश् है, जो पर्यावरण अनुकूल और शून्य कचरा उत्सव पर केंद्रित है। अभियान के प्रमुख बिंदुओं में स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों का परिवर्तन, अत्यंत गंदे स्थलों की पहचान और सफाई, सार्वजनिक स्थानों की सामान्य सफाई, सफाई मित्रों के लिए सुरक्षा शिविर और स्वास्थ्य जांच, क्लीन ग्रीन उत्सव, तथा जनजागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं। इनमें स्वच्छ सुजल गांव, कचरे से कला, स्वच्छ स्ट्रीट फूड, और मेक इन इंडिया, मेड इन इंडिया, मेक फॉर वल्र्ड जैसे केंद्रों के प्रति जागरूकता पर विशेष जोर दिया गया है।
स्कूलों में स्वच्छता के महत्व को समझाने और बच्चों व समुदाय को जागरूक करने के उद्देश्य से सभी शैक्षणिक संस्थानों में स्वच्छ भारत दिवस मनाया जाएगा। अभियान के तहत सुझाई गई गतिविधियों में विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा स्वच्छता शपथ लेना, विद्यालय परिसर और छात्रावासों में साफ-सफाई अभियान, स्वच्छोत्सव थीम पर निबंध, कविता, वाद-विवाद, नारा लेखन, क्विज, चित्रकला प्रतियोगिताएं शामिल हैं। इसके अलावा कचरा प्रबंधन और एकल उपयोग प्लास्टिक उन्मूलन जैसे विषयों पर भी फोकस रहेगा।
विद्यालय प्रवेश द्वार पर सेल्फी पॉइंट स्थापित कर विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। समुदाय स्तर पर मानव श्रृंखला, नुक्कड़ नाटक, सड़क नाटक के माध्यम से स्वच्छता संदेश प्रसारित किया जाएगा। स्कूलों, छात्रावासों और संस्थानों में पौधारोपण, स्वच्छता ही सेवा और स्वच्छोत्सव थीम पर जागरूकता रैलियां, प्रभात फेरियां, तथा स्वच्छता आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। छात्रों के लिए विशेष स्वच्छता कक्षाएं, संवाद और कार्यशालाएं चलाई जाएंगी, जहां सफाई और स्वच्छता के विषयों पर जानकारी दी जाएगी। सफाई मित्रों और उनके आश्रितों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाए जाएंगे। विकसित भारत थीम पर चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन अनिवार्य होगा।
अभियान को सोशल मीडिया पर व्यापक पहुंच देने के लिए स्वच्छोत्सव थीम का उपयोग कर छात्रों और स्कूलों की श्रमदान गतिविधियों को फोटो और वीडियो के माध्यम से प्रसारित करने के निर्देश दिए गए हैं। उक्त गतिविधियों के अलावा अतिरिक्त कार्यक्रम भी अनिवार्य हैं। 17 से 22 सितंबर तक सफाई अभियान और पौधारोपण, 23 से 25 सितंबर तक सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं, 25 सितंबर को एक दिन, एक घंटा, एक साथ श्रमदान, तथा 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चित्रकला, वाद-विवाद आदि का आयोजन होगा।
सभी गतिविधियों के फोटोग्राफ का दस्तावेजीकरण कर रजत जयंती पोर्टल और विभागीय पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे, जो गूगल ट्रैकर के माध्यम से प्रतिदिन अपराह्न 4 बजे तक गतिविधियों की जानकारी अपडेट करेंगे। गूगल ट्रैकर और ड्राइव का विवरण अलग से उपलब्ध कराया जाएगा। यह अभियान न केवल स्कूलों में स्वच्छता को बढ़ावा देगा, बल्कि समुदाय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करेगा। कलेक्टर ने सभी शैक्षणिक संस्थानों से सक्रिय भागीदारी की अपील की है, ताकि महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार किया जा सके।