अम्बिकापुर, 29 अगस्त 2025/sns/- भारत सरकार द्वारा संचालित “आदि कर्मयोगी अभियान“ के अंतर्गत आज अंबिकापुर के जिला पंचायत सभा कक्ष में जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अनुसूचित जनजाति समुदायों से जुड़े सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जनजातीय क्षेत्रों में प्रभावी एवं उत्तरदायित्वपूर्ण सेवा प्रदान करने हेतु प्रेरित करना और उन्हें सुशासन, नैतिकता एवं उत्तरदायित्व की दिशा में प्रशिक्षित करना है।
कार्यक्रम में पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती निरूपा सिंह, उपाध्यक्ष श्री देवनारायण यादव, कलेक्टर श्री विलास भोसकर, जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री सुनील नायक, जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित जिले के विभिन्न विभागों से अधिकारियों की कार्यक्रम में सहभागिता रही। कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा “कर्मयोगी सिद्धांत“, जनजातीय अधिकार, लोक सेवा मूल्य, और सामुदायिक भागीदारी जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई। उपस्थित सदस्यों द्वारा आदिवासी समुदाय को आदि कर्मयोगी की योजनाओं का बेहतर लाभ मिले इसके लिए सुझाव दिए गए और जनजाति समुदाय को जमीन स्तर पर योजनाओं का बेहतर लाभ मिले इसके लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर दिया गया जिससे सबकी सहमति से आवश्यकताओं के अनुरूप विकास किया जा सके।
मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि आदि कर्म योगी अभियान एक परिवर्तनकारी राष्ट्रीय आंदोलन है जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सब का साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास के दूरदर्शी आव्हान का प्रतीक है। उनके प्रयास से सभी जनजाति क्षेत्रों में सभी विकास कार्य किया जा रहे हैं जिनके बेहतर क्रियान्वयन के लिए सामूहिक सहभागिता आवश्यक है।
लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज ने योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह नई योजना जनजातीय समुदाय के लिए नई उम्मीदें और सपने लेकर आई है। उन्होंने कहा कि बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति तभी संभव है जब सभी लोग सामुदायिक प्रयासों से मिलकर कार्य करें।
कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने आदि कर्मयोगी अभियान को वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि यदि हम आज बेहतर कार्य करेंगे तो आने वाला समय भी उज्ज्वल होगा। उन्होंने सभी विभागों और जनप्रतिनिधियों से परस्पर समन्वय स्थापित कर योजना को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल अधिकारियों की कार्यकुशलता बढ़ाने का माध्यम है, बल्कि जनजातीय समुदायों की संस्कृति, अधिकारों और आवश्यकताओं को समझने की एक संवेदनशील पहल भी है।
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने जनजातीय क्षेत्रों में प्रशासनिक चुनौतियों, अवसरों और समाधान पर सामूहिक चर्चा की। प्रतिभागियों ने अभियान के उद्देश्यों को आत्मसात करते हुए अपने कार्यक्षेत्र में इसे लागू करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
यह अभियान देशभर में चरणबद्ध तरीके से संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य शासन व्यवस्था में समावेशिता, संवेदनशीलता और सेवा भाव को सुदृढ़ करना है।
जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल ने पीपीटी प के माध्यम से जानकारी दी कि जिले के सातों विकासखंडों में कुल 416 आदिवासी बहुल ग्राम चिन्हित किए गए हैं, जहां लगभग 8320 ग्राम स्तर पर चेंज लीडर कैडर तैयार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान 2024-25 के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा 50 प्रतिशत या 500 से अधिक आदिवासी जनसंख्या वाले ग्रामों को प्राथमिकता से चुना गया है। इनमें अंबिकापुर ब्लॉक के 66, लुण्ड्रा के 85, बतौली के 49, सीतापुर के 43, मैनपाट के 39, लखनपुर के 87 और उदयपुर ब्लॉक के 47 ग्राम सम्मिलित हैं। सीईओ श्री अग्रवाल ने कहा कि इन सभी 416 ग्रामों में योजनाओं का क्रियान्वयन सामूहिक प्रयासों और सहभागिता के माध्यम से किया जाएगा।


