अम्बिकापुर, 28 अगस्त 2025/sns/- “उल्लास” नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स द्वारा कुशल प्रशिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आज लाइवलीहुड कॉलेज में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परियोजना अधिकारी, जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सरगुजा श्री गिरीश गुप्ता, सातों विकासखंडों के परियोजना अधिकारी एवं सहायक परियोजना अधिकारी श्री अकरम खान की उपस्थिति में किया गया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य जिले में केंद्र सरकार द्वारा संचालित नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रशिक्षकों को तैयार करना है। जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्री अमितानंद सिंह एवं श्रीमती वंदना गुप्ता ने प्रतिभागी प्रशिक्षकों को साक्षरता के पांच प्रमुख घटकों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल, बुनियादी शिक्षा एवं सतत शिक्षा के बारे में विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री गिरीश गुप्ता ने कहा कि सरगुजा एक ग्रामीण इलाका है जहा अब भी कई लोग शिक्षा से वंचित हैं। इस योजना की सफलता प्रशिक्षकों की मेहनत एवं ईमानदारी पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि शिक्षार्थियों को साक्षर बनाने के साथ-साथ उनकी पढ़ाई की निरंतरता बनाए रखना भी जरूरी है। प्रशिक्षकों का कार्य केवल सर्वे तक सीमित नहीं है, बल्कि कक्षा की मॉनीटरिंग, स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन तथा असाक्षरों को प्रेरित करना भी उनकी जिम्मेदारी है।
सहायक परियोजना अधिकारी श्री अकरम खान ने प्रशिक्षणार्थियों से इस कार्य के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। वहीं विकासखंड परियोजना अधिकारी श्री उमेश गुप्ता (बतौली) ने कहा कि कुछ पढ़े-लिखे लोग प्रमाण पत्र के अभाव में अशिक्षित माने जाते हैं। ऐसे लोगों को परीक्षा दिलाकर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए 100% साक्षरता दर प्राप्त करना आवश्यक है।
इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि “उल्लास” कार्यक्रम के लिए स्वयंसेवी शिक्षकों हेतु मार्गदर्शिका तथा शिक्षार्थियों के लिए प्रवेशिका तैयार की गई है। मार्गदर्शिका में शिक्षण के तरीके एवं समयबद्ध संचालन का विस्तृत विवरण है, जबकि प्रवेशिका शिक्षार्थियों के लिए सभी विषयों को समाहित करती है। प्रशिक्षण में वीडियो क्लिप्स के माध्यम से वर्तमान समय के फ्रॉड एवं सामाजिक समस्याओं की जानकारी भी दी गई, ताकि शिक्षार्थियों को जागरूक किया जा सके।
कार्यशाला में यह भी जानकारी दी गई कि बोर्ड परीक्षार्थी यदि 10 अशिक्षित व्यक्तियों को साक्षर करते हैं, तो उन्हें बोनस अंक प्रदान किए जाएंगे। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर सभी प्रशिक्षकों को जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सरगुजा की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। साथ ही छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव 2025 के अवसर पर सामूहिक पुस्तक वाचन का आयोजन भी किया गया।