सुकमा, 7 अगस्त 2025/sns/- छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार 06 अगस्त को सुकमा जिले के समस्त शासकीय स्कूलों में प्रथम पालक-शिक्षक बैठक का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। बैठक को सफल बनाने हेतु जिले के 110 संकुलों में जिला स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था, जिनकी उपस्थिति में सभी संकुलों के शासकीय स्कूलों में यह बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में पालकों, जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने बच्चों की शैक्षणिक प्रगति, शिक्षकों के योगदान एवं विद्यालय के समग्र विकास पर शिक्षकों से चर्चा की। बैठक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें पाठ्यक्रमानुसार अध्यापन, बच्चों की शैक्षणिक प्रगति, पौधारोपण, मौसमी बीमारियों से बचाव, शाला त्यागी बच्चों का पुनः नामांकन, रजत जयंती वर्ष की योजनाएं, नशा मुक्ति अभियान, एफएलएन असेसमेंट, शाला विकास योजना, घर का वातावरण एवं बच्चों की दिनचर्या जैसे विषय शामिल रहे।
इसके अतिरिक्त बच्चों की दैनिक गतिविधियों, ‘बच्चा बोलेगा बेझिझक’ गतिविधि, बस्ता रहित शनिवार, आयु एवं कक्षा के अनुसार स्वास्थ्य परीक्षण, पोषण की जानकारी, जाति-निवास-आय प्रमाण पत्र संबंधी मार्गदर्शन, न्योता भोज कार्यक्रम, छात्रवृत्ति एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी, पॉक्सो एक्ट 2012 का प्रचार-प्रसार तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पढ़ाई के तरीकों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने इस अवसर पर कहा कि पालक-शिक्षक बैठकें केवल औपचारिक आयोजन नहीं हैं, बल्कि यह विद्यालय, पालक और समाज के बीच एक मजबूत कड़ी स्थापित करती हैं। इस प्रकार की बैठकों से न केवल बच्चों की शैक्षणिक स्थिति में सुधार होता है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी नई दिशा मिलती है।
यह आयोजन जिले में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है, जिसमें समाज की सक्रिय भागीदारी ने इसे एक सशक्त प्रयास बनाया।