प्रधानमंत्री आवास योजना से महिलाओं को मिली रोजगार, आवास पूर्णता में निभा रहीं हैं अपनी महत्वपूर्ण भूमिका
आर्थिक सशक्तिकरण से सरगुजा की चार सौ से अधिक महिलाएं शामिल हुईं लखपति दीदी क्लब में
रायपुर 20 जुलाई 2025/ प्रत्येक व्यक्ति का सपना होता है कि उसका स्वयं का पक्का मकान हो। प्रधानमंत्री आवास योजना आज जरूरतमंद लोगों के इस सपने को साकार कर रही है। योजना के तहत प्रदेश के लाखों लोगों के सपनों का आशियाना बनकर तैयार है, जिसमें वे अपने परिवार के साथ सुरक्षित एवं सुखमय जीवन व्यतीत कर रहें हैं। योजना से कई परिवार समाज में सम्मानजनक और स्थिर जीवन व्यतीत कर रहें हैं। सरगुजा जिले की महिलाएं ईंट, सीमेंट, गिट्टी, छड़, सेटरिंग प्लेट जैसी गतिविधियों के माध्यम से नियमित आय प्राप्त कर रही है, जिससे जिले कि कुल 465 महिलाएं लखपति दीदी क्लब में शामिल हो गई हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना ने एक ओर जहां लोगों को आवास प्रदान किया है, वहीं दूसरी ओर रोजगार प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भरता दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। सरगुजा जिले की महिलाओं ने इस योजना को आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बना लिया है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं आवास निर्माण हेतु निर्माण सामग्री प्रदान कर आवास पूर्णता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहीं हैं। समूह की दीदियों द्वारा समूह से लोन प्राप्त कर योजना के हितग्राहियों को आवास निर्माण हेतु ईंट, सीमेंट, गिट्टी, छड़, सेंटरिंग सामान एवं मिक्सर मशीन उपलब्ध कराया जा रहा है। सरगुजा जिले के समूह की 281 दीदियों के द्वारा ईंट निर्माण का कार्य किया जा रहा है। वहीं 413 दीदियों के द्वारा बैंक लिंकेज और समूहों से लोन लेकर सेंट्रिंग प्लेट्स को किराए में देने का व्यवसाय किया जा रहा है। इसी कड़ी में 9 दीदियों के द्वारा लोन राशि और अपने परिवार की सहायता से सीमेंट मिक्सर मशीन को खरीद कर किराए में लगाया गया है। वहीं 06 दीदियों के द्वारा सीमेंट गिट्टी व छड़ आदि सामग्रियों को ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। पीएम आवास के हितग्राहियों को ग्राम पंचायत स्तर पर ही निर्माण के आवश्यक सामग्रियां मिल जा रही हैं। महिलाओं ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना उनके जीवन में नई रोशनी लेकर आयी है, जिसके माध्यम से उन्हें रोजगार का एक नया और सशक्त माध्यम मिल गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना हेतु प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया।
