धमतरी, 16 जुलाई 2025/sns/- कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा के निर्देश पर आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के बैठक कक्ष में सिकलसेल प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित की गई। सीएमएचओ डॉ यू.एल. कौशिक ने बताया कि सिकलसेल से धमारी जिता श्री प्रभावित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोद द्वारा एक जुलाई को राष्ट्रीय सिकलसेल एनिमिया उन्मूलन मिशन देश में शुरू किया गया था। सिकल सेल रोग के पहचान निदान एवं रोकथाम के संबंध में जन-जागरुकता, सिकलसेल रोगियों को प्रेरित करने, सिकल सेल संबंधित प्रारंभिक जांच आदि के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सभी मितानिन, समन्वयकों का सिकलसेल प्रबंधन कार्यशाला आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला में राज्य से प्रशिक्षक के रूप में विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेल्थ सिस्टम अधिकारी डॉ उरिया नाग, डॉ. उर्विन शाहा एवं एनसीडी अधिकारी टाटा ग्रुप संगठन सें श्री भूपेन्द्र रावत ने प्रशिक्षण दिया। सभी व्यक्तियों की सिकल सेल, स्क्रीनिंग किये गये सभी व्यक्तियों को सिकल सेल जेनेटिक कार्ड प्रदाय करना, सिकलसेल प्रबंधन में आम जनमानस व समुदाय को सक्षम करना, विवाह पूर्व परामर्श करने से संबधित जागरूकता समाज में लाना, मरीज सपोर्ट ग्रुप बनाना मुख्य उद्देश्य है। मरीज सपोर्ट ग्रुप में स्थानीय मितानीन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं मरीज या परिवार के लोग शामिल होते है। यह सपोर्ट ग्रुप के सदस्य मरीज अपने अनुभव एक दूसरे को शेयर करते हैं और सिकलसेल एवं गैर संचारी रोग के तहत् हाई बीपी, शुगर, मानसिक रोग के प्रबंधन पर विचार करते हैं। इस कार्यशाला में जिले के मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता आदि लगभग 50 लोग मौजूद रहे। इसके साथ ही जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ प्रिया कंवर, जिला आई डी.एस.पी. एवं मलेरिया अधिकारी डॉ. आदित्य सिन्हा, जिला एन.सी.डी समन्वयक डॉ श्रीकात चन्द्राकर रहे। कार्यशाला के दौरान आई डी.एस.पी. जिला नोडल अधिकारी द्वारा बरसात के मौसम में जहरीले कीट, साप बिच्छू से बचाव एवं काटे जाने पर तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र अस्पताल में उपचार कराये जाने और जड़ी-बूटी, झाड़-फूंक आदि से बचने तथा सांप के काटे जाने के तुरंत बाद अस्पताल पहुंचने पर एंटी स्नेक वैनम से मरीज को बचाया जा सकने की जानकारी दी गई।