मुंगेली 2जुलाई 2025/sns/- जिले में बाल संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए दो निराश्रित बच्चों को फॉस्टर केयर योजना के अंतर्गत नया परिवार मिला है। यह कार्य जिला बाल संरक्षण इकाई (महिला एवं बाल विकास विभाग) द्वारा बाल देखरेख संस्था जांजगीर में निवासरत दो भाई-बहनों को एक उपयुक्त परिवार को सौंपने के माध्यम से संपन्न हुआ। बाल संरक्षण इकाई के निर्देशानुसार संचालित इस योजना का उद्देश्य बच्चों को संस्थागत देखभाल के स्थान पर पारिवारिक वातावरण में पालन-पोषण उपलब्ध कराना है। इन दोनों बच्चों के लिए परिवार बनने हेतु जिला मुंगेली के एक दंपत्ति द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया था। सभी कानूनी प्रक्रिया और सामाजिक परीक्षण के पश्चात बाल संरक्षण समिति की अनुशंसा पर बच्चों को परिवार में शामिल किया गया।
फॉस्टर केयर योजना किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 41 के अंतर्गत संचालित होती है। इसका उद्देश्य अनाथ, परित्यक्त, या अभिभावकों की देखरेख से वंचित बच्चों को वैकल्पिक पारिवारिक संरचना उपलब्ध कराना है। इसके तहत योग्य और इच्छुक दंपत्ति को, जिन्होंने पालन-पोषण का दायित्व निभाने की तत्परता जाहिर की हो, बालकों को अस्थायी रूप से सौंपा जाता है। इन परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य, मानसिक विकास, कानूनी मार्गदर्शन और आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2016 में योजना के क्रियान्वयन के बाद यह मुंगेली जिले के लिए एक प्रेरक उदाहरण है। ऐसे परिवारों को प्रेरित किया जा रहा है जो सामाजिक दायित्व निभाते हुए बच्चों को अपने परिवार का हिस्सा बनाना चाहते हैं। इच्छुक अभिभावक जिला बाल संरक्षण इकाई मुंगेली से संपर्क कर योजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

