बीजापुर, 09 जून 2025/sns/ – छत्तीसगढ़ सरकार के महत्वाकांक्षी योजना नियद नेल्लानार से बीजापुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पालनार में विकास की गति तेज रफ्तार से बढ़ रही है। पालनार ग्राम पंचायत क्षेत्रफल की दृष्टि से बहुत बड़ा गांव है जो सात पारा-मोहल्ला में बंटा हुआ है।
पालनार माओवादियों के गढ़ कहे जाने वाले अंदरूनी गांव है जहां माओवादियों के आतंक के कारण पूरा गांव उजड़ चुका था ग्रामीण बताते है कि 80 के दशक में गांव में बिजली लगा हुआ था किंतु 2005 में सलवा जुडुम के दौरान माओवादियों के आतंक के कारण विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। 20-25 वर्षो तक ग्रामीण अंधेरे और भय से जीवन जीने को मजबूर थे। किंतु मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार के पहल से नियद नेल्लानार योजना शुरू हुई जिससे पालनार में नवीन पुलिस सुरक्षा कैम्प स्थापित हुआ गांव में कनेक्टिविटी बढ़ी मोबाईल टॉवर लगा और अब विद्युतीकरण का कार्य शतप्रतिशत पूर्ण हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि पालनार में सात पारा है दूर-दूर बसाहट होने के कारण क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा पंचायत है। वहीं बिजली विभाग द्वारा बताया गया कि दूर-दूर बसाहट होने के कारण तीन सौ घरों में उनके घर तक बिजली पहुंचाने का कार्य कठिन था उसके बावजूद लगातार कार्य करते हुए कुल 14 ट्रांसफार्मर स्थापित किया जिससे सभी घरों में बिजली की पहुंच सुनिश्चित हुई।
बिजली के साथ-साथ जल जीवन मिशन के तहत घरों में नल एवं स्वच्छ जल की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। वहीं हैण्डपंपों के द्वारा भी जल की आपूर्ति ग्रामीणों को हो रही है।
आधार शिविर एवं सैचुरेशन शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, एवं अन्य दस्तावेज प्रदाय करने हेतु लगातार शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है।
गांव की सरपंच श्रीमती मालती ताती सहित अन्य ग्रामीण भद्रू ताती, बुधराम पुनेम ने बताया कि वर्षो तक गांव में बिजली नहीं होने से रात के अंधेरे से भय का वातावरण रहता था। जंगली जानवरों सांप बिच्छू से स्वयं को असुरक्षित महसूस करते थे अब गांव पूरी तरह रौशन हो गया जिससे सुरक्षा का वातावरण निर्मित हुआ वहीं बच्चों की पढ़ाई लिखाई एवं उनके सुंदर भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त हुआ है। नियद नेल्लानार योजना से गांव का विकास तीव्र गति से हो रहा है। इस योजना को लागू करने के लिए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया।