रायगढ़, 30 मई 2025/sns/- प्रदान संस्था, जनपद पंचायत और बिहान-रायगढ़ द्वारा विकासखंड रेगड़ा ग्राम के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैदान में जैव विविधता उत्सव मनाया गया। जिसमें पर्यावरण को कैसे बचाया जा सके और जैव विविधता को कैसे सुदृढ़ किया जा सके उसके लिए रायगढ़ जनपद में ग्रामीणों और रायगढ़ महिला संघ के सदस्यों को जागरूक करते हुए विभिन्न प्रैक्टिकल मॉडल का प्रदर्शन किया गया ताकि जिलेवासी पर्यावरण को आने वाले पीढ़ी और अपने लिए बचा कर रखें और जैव विविधता को सशक्त बना पाए। यह उत्सव पूरे एक सप्ताह तक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मौके पर सभी उपस्थित अतिथि एवं प्रतिभागियों के द्वारा जैव विविधता दिवस संकल्प लिया गया।
प्रदान संस्था ने रायगढ़ में अनुभव होने वाले अनेक जैव विविधता के समस्या और पर्यावरण में होने वाले बदलाव को कैसे जन-जागरूकता और प्रयास से तेजी से सुधार ला सके, उसके लिए महिला संघ के सदस्यों के साथ मिलकर पूरे एक सप्ताह रायगढ़ जनपद के अलग-अलग गांव में जागरूकता रैली, पर्यावरण बचाने के शपथ ग्रहण, सीडबॉल बना कर आपने आस-पास जंगल या नाले के किनारे प्रसारण करवाना, देसी बीज से उगे हुए नया पौधों का संग्रहण करवाना, गाँव में पाए जाने वाले बीज से पौधा तैयार करवाना, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना, परिवार के सभी सदस्यों के नाम से एक पौधा लगा कर उसका देखभाल करवाना, देसी बीज का भंडारण करवाना और किसान के पास समय पे उपलब्ध करवाना।
जैव विविधता उत्सव का मुख्य उद्देश्य जल, जंगल, जानवर, मिट्टी और जलवायु के बचाव कैसे किया जा सके, ताकि जैव विविधता को कैसे संतुलित रखा जा सके और आने वाले पीढ़ी को पर्यावरण से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाया जा सके। रायगढ़ महिला संघ ने पर्यावरण को बचाने की दिशा में कई ठोस और सामूहिक कदम उठाए हैं जैसे कि जैव विविधता क्यों जरुरी है, परिस्थितिक तंत्र और हमारे दैनिक जीवन में क्या सम्बन्ध रखता है। जल है तो कल है मुहिम के तहत जागरूकता फैलाना। हर घर में सभी सदस्य के नाम में पेड़ लगाने के लिए सदस्यों को प्रोत्साहित करना और पौधों की देख भाल कर उसको जीवित रखना। प्राकृतिक और जैविक खेती को अपनाना और बढ़ावा देना। भूजल स्तर सुधारने हेतु वर्षा पानी को पकडऩे के लिए अलग-अलग वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाने के लिए प्रेरित करना। कम पानी से होने वाली फसलों के खेती को बढ़ावा देना, टपक सिंचाई, स्प्रिंकलर और जैविक मल्चिंग को बढ़ावा देना जैसे इत्यादि कार्य शामिल है।
कार्यक्रम के दौरान लगभग 1500 से 2000 महिलाओं एवं किसानों को 4000 पौधा और 20 हजार सीडबॉल वितरण कर उनको प्रोत्साहित किया गया ताकि आगे भी इस कार्य को देख कर वृक्षारोपण करें और जंगल के हरियाली को बढ़ाने के लिए सीडबॉल का प्रसारण करते रहे। इस आयोजन के पीछे रायगढ़ महिला संघ, प्रदान संस्था, बिहान टीम और जनपद पंचायत की एकजुट मेहनत और समर्पण रहा। सभी ने एक साथ मिलकर यह साबित किया कि सामूहिक भागीदारी से ही स्थायी विकास और जैव विविधता का संरक्षण संभव है।
इस अवसर पर जनपद पंचायत सदस्य राजीव लोचन बेहेरा, कृषि विभाग से वरिष्ट विकास अधिकारी अभिषेक पटेल, आईजीकेवी विश्वविद्यालय से डीन डॉ.ए.के.सिंह, उद्यान विभाग से लेखराम पटेल, जनपद पंचायत रायगढ़ से अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी-रोशनी दुबे, सहायक विकास विस्तार अधिकारी-अशित खाखा, लोक सक्ती संगठन से विनीता तिवारी, प्रदान रायपुर से मनोज कुमार, हर्षा वशिष्ट, गौरव, सौरव, सभी ग्राम पंचायत से सरपंच एवं पंचगण, रायगढ़ महिला संघ के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित रहे।
जैव विविधता को बढ़ावा देने लगाए गए थे स्टॉल
कार्यक्रम में जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए बहुपरत खेती, जैविक मशरूम उत्पादन, टपक/फव्वारा सिचाई मॉडल, मचान विधि, एकीकृत आजीविका खेती मॉडल, एकीकृत प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन मॉडल, देशी बीज सीड-बैंक प्रदर्शनी, जैविक दवा और सूक्ष्म जीव कल्चर प्रदर्शनी, अलग-अलग सीड के द्वारा निर्मित सीडबॉल स्टाल, एथनो वेट-औषधीय पौधा प्रदर्शनी, छत्तीसगढ़ भाजी, मिट्टी का बर्तन और बांस से बनी टोकरी का स्टाल, जंगली पौधा, फलदार वृक्ष, रायगढ़ अंचल की त्योहार हरेली, पोला, कर्मा में बनाए जाने वाले व्यंजन और पोषक का प्रदर्शनी, देशी परम्परागत खेती से बने उत्पाद आदि के स्टाल शामिल थे।
आकर्षण रहा सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य, पर्यावरण बचाव, भारत माता की पुकार और छत्तीसगढ़ी गाना में सभी सीएलएफ ने अपनी विशेष प्रस्तुतियाँ दीं, जो आकर्षण का केन्द्र रहा। साथ ही मंच में किसानों ने अपने अनुभव भी साझा किए। इस दौरान किसानों को उनके उत्कृष्ट जैव विविधता बचाने के कार्यो के लिए मंच में सम्मानित किया गया।