कवर्धा, 02 मई 2025/sns/- छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का जनसेवा और विकास के प्रति समर्पण लगातार धरातल पर देखने को मिल रहा है। उनके कार्यकाल के अभी लगभग डेढ़ वर्ष ही पूरे हुए हैं, लेकिन कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में विकास की स्पष्ट छवि उभरकर सामने आ रही है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा खुद गांव-गांव पहुंचकर विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण कर रहे हैं, जिससे क्षेत्रवासियों में नया उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में आज उन्होंने तेज बारिश की परवाह किए बिना ग्राम पोड़ी और खड़ोदा कला में सरस्वती शिशु मंदिर के पास 10-10 लाख रुपए की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवनों का भूमिपूजन किया। बारिश में भी कार्य को रुकने नहीं देना, उनके दृढ़ निश्चय और क्षेत्र की जनता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इन निर्माण कार्यों से ग्रामीणों को सामाजिक, सांस्कृतिक और सामुदायिक आयोजनों के लिए एक सुसज्जित मंच प्राप्त होगा, जिससे गांवों में सामुदायिक एकता और विकास को नई दिशा मिलेगी।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि विष्णुदेव साय सरकार का उद्देश्य सिर्फ घोषणाएं करना नहीं, बल्कि विकास कार्यों को धरातल पर उतारना है। आज ग्राम पोड़ी और खड़ोदा कला में सामुदायिक भवनों का भूमिपूजन कर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। ये भवन ग्रामीणों के लिए न केवल सामाजिक आयोजनों का केंद्र बनेंगे, बल्कि गांव के सर्वांगीण विकास में भी अहम भूमिका निभाएंगे।उन्होंने आगे कहा कि बारिश के बीच भी आपका जोश और समर्थन यह दर्शाता है कि जनता विकास चाहती है और हमारी सरकार उसे हर हाल में सुनिश्चित करेगी। हम सभी ग्रामों तक मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के नेतृत्व में कवर्धा विधानसभा में विकास की गति तेज हुई है। सड़कों, सामुदायिक भवनों, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आधारभूत सुविधाओं के क्षेत्र में निरंतर प्रगति हो रही है, जिससे क्षेत्र के नागरिकों को प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है। ग्राम पोड़ी और खड़ोदा कला में भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। लोगों में उपमुख्यमंत्री के प्रति आभार और भरोसे का भाव देखने को मिला।
इसके पूर्व भी एक सप्ताह के अंतर्गत कवर्धा विधानसभा के ग्रामों में लगभग 1 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया जा चुका है। ये कार्यक्रम स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में संपन्न हुए, जो क्षेत्रीय विकास के लिए सरकार और जनता के बीच मजबूत समन्वय को दर्शाते हैं।