सुकमा, 18 अक्टूबर 2024/sns/ग्रामीण अंचल एवं शहरी इलाकों के पशुपालकों को घर पहुंच पशु चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने जिले के तीनो विकासखंडों में प्रदायित मोबाईल वेटनरी इकाई के द्वारा कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में सुदूर एवं अंदरूनी ग्रामों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों के पशुपालकों को त्वरित पशु चिकित्सा सेवाओं का लाभ दिया जा रहा है।
पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक डॉ. सुमेर सिंह जगत ने बताया कि इस हेतु टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करके अपना पता और लोकेशन बताकर बेहतर पशु चिकित्सकीय के साथ-साथ निकृष्ट नाटो, पाड़ो एवं बकरों का बधियाकरण, टीकाकरण एवं नस्ल सुधार हेतु उन्नत नस्लों के सिमेंन से कृत्रिम गर्भाधान की सुविधाओं का भी पशुपालक लाभ ले सकते है।
उपसंचालक डॉ. जगत के द्वारा बताया गया कि जिले में पशुओं को समय पर बेहतर चिकित्सा सुविधा पहुँचाने में यह सह सेवा बहुत ही कारगर साबिल हो रही है। इस वाहन के माध्यम से बीमार पशुओं का घर-घर जा कर उचित ईलाज किया जा रहा है। इसी कड़ी में छिंदगढ़ के पशु चिकित्सालय से डॉ. भूपेन्द्र बघेल के नेतृत्त्व में चलित पशु चिकित्सा इकाई की सयुंक्त टीम के द्वारा ग्राम अधिकारीरास, कोमटीगुडा, तातीपारा एवं पुजारीपाल ग्रामों में ग्रामीण एवं पशुपालकों की उपस्थिति में पशु चिकित्सा शिविर आयोजित कर गौवंशीय- भैंसवंशीय, भेड़, बकरे-बकरियों, सुकरों आदि पशुओ का उपचार, बधियाकरण, टीकाकरण कर औषधियों का वितरण तथा ग्रामीणों को विभागीय व्यक्तिमुलक तथा केसीसी पशुपालन योजना के बारे जानकारी दिया गया। साथ ही योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया गया।