chhattishgar

रक्तदान से कोई शारीरिक कमजोरी नहीं आती बल्कि पुनर्चक्रण के द्वारा हमारा शरीर पुनः बनाता है रक्त

       गौरतलब है कि कोई भी 18 से 60 वर्ष आयु वर्ग का स्वस्थ महिला या पुरुष रक्तदान कर सकता है। जिसका वजन 50 किलोग्राम या उससे अधिक हो। जिसका हीमोग्लोबिन कम से कम 12.5 ग्राम प्रति 100 मिलीलीटर हो। उल्लेखनीय है कि एक पुरुष या महिला के रक्तदान से कम से कम 4 मरीजों की जान बचायी जा सकती है। प्रत्येक पुरुष या महिला वर्ष में 4 बार रक्तदान कर सकते हैं अर्थात् प्रत्येक तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकते हैं। हमारे शरीर में लगभग 5 लीटर रक्त होना है, एक समय में मात्र 300 मिलीलीटर रक्त ही निकाला जा सकता है। रक्तदान करने से कोई शारीरिक कमजोरी नहीं आती है बल्कि पुनर्चक्रण के द्वारा हमारा शरीर पुनः रक्त बना लेता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *