श्री ओम माथुर जी का उद्बोधन
आज जय श्री राम का जयघोष अयोध्या तक जाना चाहिए। शबरी माता की भूमि पर आयोजित इस पावन कार्यक्रम में उपस्थित सभी को अभिनंदन करता हूँ। हम सबका सौभाग्य है कि 500 वर्षों के त्याग, बलिदान का फल आज हमें मिला है। हमारा समाज समतापूर्ण समाज रहा है। प्रभु राम ने कभी किसी के बीच भेद भाव नहीं किया। इसलिए वे भगवान हुए हैं। उन्होंने वनवासियों का आतिथ्य स्वीकार किया । यही हमारी संस्कृति है। आज हमारे लिए गौरव का दिन है।
