छत्तीसगढ़

दुर्गापाली गौठान में मशरूम और खाद के साथ मुर्गी, बकरी और मछली पालन भी

आत्मनिर्भर बनने की ओर दुर्गापाली गौठान की पार्वती स्वसहायता समूह

सारंगढ़ बिलाईगढ़ 29 मई 2023/जिले के सारंगढ़ विकासखंड के दुर्गापाली गौठान में नवदुर्गा, वनदेवी और पार्वती महिला स्वसहायता समूह काम कर रही हैं। गौठान में सौर ऊर्जा से चलित नलकूप भी है, जिसमें पानी चालू हालत में है। गौठान के पास दो तालाब है। वर्तमान में रीपा और बिहान की ओर से बिना मदद के ये समूह काम कर रही हैं। तीनों समूह की महिलाएं मशरूम पालन के लिए प्रशिक्षित भी हैं। नवदुर्गा स्वसहायता समूह ने वर्मी कम्पोस्ट से जैविक खाद लगभग 300 बोरी का उत्पादन किया गया,है। इसी प्रकार वनदेवी स्वसहायता समूह द्वारा भी लगभग जैविक खाद 250 बोरी का उत्पादन किया गया है। सभी जैविक खादों का भंडारण गौठान में स्थित भवन में किया जा रहा।
दुर्गापाली गौठान की पार्वती स्वसहायता समूह की अध्यक्ष पार्वती साहू ने बताया कि गौठान में स्वयं के खर्च से मुर्गीपालन, बकरी पालन किया जा रहा है और अब मशरूम पालन की तैयारी में है, जिसके अंतर्गत पैरा कटिंग हो गया है शीघ्र ही मशरूम उत्पादन होंगे। मुर्गीपालन में लगभग 200 मुर्गी हैं, जिसमें कड़कनाथ प्रजाति के भी मुर्गी हैं। बकरीपालन में वर्तमान में 12 नग बकरी हैं। उनकी समूह पिछले तीन साल से गौठान से जुड़े तालाब में मछलीपालन भी कर रही हैं। इसप्रकार गौठान से पार्वती स्वसहायता समूह 4 प्रकार के व्यवसाय से जुड़ी हैं और उनकी समूह आत्मनिर्भर समूह के रूप में पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। उल्लेखनीय है कि दुर्गापाली की स्वसहायता समूह की महिलाएं काफी उत्साहित कार्य कर रही हैं। ये उत्साही और मेहनती लोगों से ही राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजनाएं सफल हो रही हैं।

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