छत्तीसगढ़

रीपा के अंतर्गत महिला उद्यमी कर रही टसर धागाकरण का काम, रेशम के धागों से आर्थिक आत्मनिर्भरता का बुन रहीं ताना-बाना

अम्बिकापुर 22 मई 2023/ महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क के तहत गौठान ग्राम पुहपुटरा का चयन कर यहां व्यवसाय सृजन करने एवं लोगों को स्थानीय रोजगार से जोड़ने संबंधी गतिविधि संचालित की जा रही है। इसी योजना के तहत पुहपुटरा में रेशम विभाग के सहयोग से टसर धागाकरण की गतिविधि शुरू की गई है। कृषि आधारित उत्पाद होने से प्रारंभ से ही इस गतिविधि को जानने एवं इससे जुड़ने हेतु ग्राम की महिलाओं के द्वारा अत्यधिक रुचि दिखाई गई। जिला प्रशासन के सहयोग से रेशम गतिविधि के प्रशिक्षण एवं मशीनों हेतु राशि उपलब्ध कराकर धागाकरण कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रथम दिवस से ही प्रशिक्षण हेतु महिलाओं का चयन कर धागाकरण गतिविधि प्रारंभ की गई है। जिसमें 20 महिलाओं को बुनियाद मशीन से टसर धागाकरण कार्य किया जा रहा है जिसके प्रथम चरण में 10 महिलाओं का समूह तैयार कर प्रशिक्षण शुरू किया गया है।
प्रशिक्षण के प्रथम चरण में ही इन महिलाओं द्वारा गुणवत्तायुक्त धागा तैयार किया जा रहा है। यहां की अधिकांश महिलाएं पहले कृषि के कार्यों से जुड़ी थी, पर निश्चित एवं स्थायी आय का साधन पाना मुश्किल था। जबकि रेशम धागाकरण से वर्षभर लाभ लिया जा सकता है। अतः इन महिलाओं द्वारा 25 दिन के प्रशिक्षण में ही लगभग 3.5 किलोग्राम टसर धागा निकाला जा चुका है। जिसका बाजार मूल्य लगभग 20 हज़ार रुपये है। जिसे महिलाओं द्वारा अपने कौशल से धागे का गुणवत्ता एवं धागे की मात्रा को बढाया जा रहा है। नए हितग्राही द्वारा न्यूनतम 2-2.5 किलोग्राम का धागा उत्पादन करने पर प्रति हितग्राही 5000-6500 रुपये की आमदनी होगी। धागाकरण से जुडी महिलाओं में श्रीमति सुमित्रा राजवाडे, श्रीमति बालो, श्रीमति ननकी बाई, श्रीमति फूलबाई आदि ने अल्प समय में धागाकरण कार्य से आत्मनिर्भर बन रही हैं। इससे इनके परिवार की आय और बच्चों की शिक्षा जैसे अन्य कार्य करने में आसानी होगी। रीपा के माध्यम से धागाकरण की गतिविधि से स्थायी रोजगार सृजन करने की दिशा में सशक्त कदम लिया गया है।

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