छत्तीसगढ़

गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने की जरूरत – कलेक्टर

  • सुपोषण किट देकर बच्चों को मध्यम एवं सामान्य श्रेणी में लाने के लिए किया जा रहा जतन
  • सबकी सहभागिता एवं जनजागरूकता जरूरी
  • बच्चों की देखरेख तथा सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए सबने लिया संकल्प
  • कलेक्टर ने सुपोषण अभियान में लगे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को किया सम्मानित
    राजनांदगांव, मार्च 2023। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कलेक्टोरेट गार्डन में आयोजित समारोह में सुपोषण अभियान में गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए सहयोग करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में गंभीर कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त रूप से पौष्टिक आहार आंगनबाड़ी केन्द्रों में दिया जा रहा है। तीन माह के भीतर इन बच्चों को मध्यम या सामान्य की श्रेणी में लाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है और इसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने सभी वर्गों से आव्हान किया कि बच्चों के सुपोषण के लिए आगे बढ़कर योगदान दें। बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, वजन की जांच, गृह भेंट एवं काउन्सलिंग का कार्य तेज गति से करने के लिए कहा। जनजागरूकता के माध्यम से अभिभावकों को बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा। सुपोषण अभियान में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, स्वयं सेवी संस्थाएं, गणमान्य नागरिक एवं जनसामान्य जुड़ रहे हैं। कलेक्टर श्री डोमन सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार ने सुपोषण के लिए बच्चों को गोद लिया है। इस अवसर पर सभी बच्चों की देखरेख तथा सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए संकल्प लिया।
    इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरप्रीत गौर ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप 10 दिन के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों के लिए सुपोषण किट दिया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम तथा सामुदायिक सहभागिता से सुपोषण अभियान में सभी अपना योगदान दे रहे हैं। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, उदयाचल के श्री अशोक मोदी, एबीस ग्रुप, सिद्धी फाउन्डेशन, खेतान ग्रुप, कमल साल्वेंट, स्वयं सेवी संस्थाएं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

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