बीजापुर, मार्च 2023- जिला पंचायत बीजापुर की सामान्य सभा की बैठक 23 मार्च 2023 को प्रातः 11 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में आहूत की गयी है। बैठक में वन, स्वास्थ्य, आदिवासी विकास, स्कूूल शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, कृषि, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ईत्यादि विभागों के कार्यों की समीक्षा की जावेगी। उक्त बैठक में सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को अद्यतन जानकारी सहित उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं जिला पंचायत सदस्यों एवं मानद सदस्य सर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष को इस बैठक में उपस्थित होने को आग्रह किया गया है।
कलेक्टर श्री कटारा सहित जिला अधिकारियों ने बनवाया अपना आभा कार्डजिला कार्यालय के सभाकक्ष में बना आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA)
बीजापुर, मार्च 2023- आभा कार्ड हर नागरिक को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत उपलब्ध कराया जाने वाला कार्ड है। ये एक आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानी आभा कार्ड है। इस कार्ड में व्यक्ति की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारियां उपलब्ध रहेंगी। देश में कई ऐसी योजनाएं चल रही हैंए जिनका लाभ गरीब वर्ग और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। शहरों के अलावा ग्रामीण इलाकों तक इन योजनाओं को पहुंचाया जा रहा हैए क्योंकि गांव में रहने वाले लोगों को खासतौर पर इन योजनाओं की जरूरत होती है। ऐसी ही एक योजना है डिजिटल हेल्थ कार्ड यानी आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट। इसे केंद्र सरकार की तरफ से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत शुरू किया गया है। इस योजना के तहत उन लोगों को फायदा मिलेगाए जो लोग बीमार रहते हैं और उन्हें डॉक्टर के पास अपने इलाज के लिए जाना पड़ता है।
यह आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानी ABHA डिजिटल कार्ड होता है, जिसमें आप अपने सारे मेडिकल रिकॉर्ड सेव करके रख सकते हैं। मतलब आप कब बीमार हुएए आपने किस डॉक्टर को दिखायाए क्या टेस्ट करवाएं आदि सब जानकारी होगी।
इस आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट का फायदा ये होगा कि आपकी मेडिकल रिपोर्टसए दवाओं की पर्चियांए ब्लड ग्रुप की जानकारीए डॉक्टर की जानकारी आदि चीजें इस डिजिटल कार्ड में होगी। इससे आपको पर्चियां कैरी नहीं करनी पड़ेगी और इनके कहीं भूलने का भी डर नहीं रहता है।
बात अगर इस कार्ड को बनवाने की पात्रता की करेंए तो इस कार्ड को कोई भी बनवा सकता है। इस कार्ड को बनवाने के बाद आप इसका लाभ ले पाएंगे।
जैसा कि बताया गया कि ये कार्ड पूरी तरह से डिजिटल है। इस कार्ड को बनवाने के लिए आप एनडीएमएच हेल्थ रिकॉर्ड्स एप को डाउनलोड कर सकते हैं या फिर आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं। इस कार्ड में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के समय आप अपने आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस के जरिए इससे जुड़ सकते हैं।
खीरा, ककड़ी, तरबूज, लौकी जैसे फसलों से खेती में आयी हरियालीकर्जमाफी सिर्फ कर्ज से मुक्ति ही नहीं बल्कि आर्थिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रहा हैआर्थिक उन्नति की ओर किसान हो रहे हैं अग्रसर
छत्तीसगढ़ सरकार के किसान हितैषी नीति से किसानों के चेहरे पर आई मुस्कान
धान के बदले अन्य फसल लेकर किसान बन रहे हैं आत्मनिर्भर
बीजापुर, मार्च 2023- छत्तीसगढ़ सरकार के कर्जमाफी योजना सिर्फ किसानों को कर्ज से मुक्ति ही नही दिलाई बल्कि इस योजना से किसानों के समृद्धि के मार्ग प्रशस्त हुआ है किसान आज कर्जमाफी से लाभान्वित होकर आर्थिक गतिविधियों को संचालित कर रहे और आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हो रहे है। ऐसे ही एक प्रगतिशील कृषक भोपालपटनम के अफजल खान के बारे में हमें जानने को मिला। अफजल खान बताते हैं कि उनका और परिवार का संयुक्त रूप से कुल 15 एकड़ कृषि भूमी भोपालपटनम में स्थित है। किसान बताते है कि 20-25 वर्षों से कृषि कार्य कर रहा है पहले मै सिर्फ धान की खेती करता था। थोड़ा-बहुत जमीन स्तर पर मक्का और मूंग लेता था किन्तु आमदनी सीमित रहा किंन्तु प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल के कर्जमाफी योजना से मुझे प्रत्यक्ष लाभ हुआ 5 लाख से अधिक का कृषि ऋण माफ होने से मुझे बहुत बड़ी राहत मिली और मैने अपने खेत में दो बोरवेल्स कराया पहले सिंचाई का साधन नहीं होने पर धान के फसल पर ही निर्भर था किन्तु अब बोरवेल्स सक्सेस हुआ पर्याप्त पानी सिंचाई के लिए उपलब्ध है।
वर्तमान समय में श्री अफजल खान उद्यानिकी फसल ले रहा है, जिसमें ग्राफ्टेड बैंगन एक एकड़ में, खीरा दो एकड़ में, लौकी एक एकड़ में एवं तरबूज 8 एकड़ में बोया है, जिला प्रशासन और उद्यानिकी विभाग द्वारा मल्चिंग, ड्रीप एरिगेशन, बैगन का पौधा, उन्नत किस्म के बीज के अलावा समय-समय पर तकनीकी मार्गदर्शन दी जा रही है। वहीं जैविक कृषि को बढ़ावा देते हुए गौठानो से निर्मित वर्मी खाद एवं स्वयं द्वारा वर्मी खाद का उत्पादन कर फसलों में उपयोग कर रहा है।
किसान के खेत में लहलहाते फसल उनकों आर्थिक और मानसिक रुप से सशक्त कर रही है विगत दो माह में लौकी, खीरा, बरबट्टी जैसे फसलों से 2 लाख रुपए की आमदनी कमा चुका है पूरे परिवार मिल जुलकर कृषि के कार्य में हाथ बंटा रहे है। गर्मी के दिन शुरु हो गया है वहीं तरबूज का फसल भी निकलने लगा है। मीठे और रसदार तरबूज अब जिलेवासियों को मिलने लगा है, भोपालपटनम और बीजापुर में तरबूज बाजारों तक पहुंचने लगा है। किसान ने बताया कि जिले में तरबूज की खेती पहली बार कर रहा हूं और फसल भी बहुत अच्छा हुआ है। अब उडीसा, तेलंगाना सहित अन्य राज्यों के तरबूज की आवश्यकता नहीं होगी। स्थानीय स्तर पर उत्पादन होने से लोगों को वाजिब दाम पर तरबूज बेच रहा हूॅ, फसल इतना अच्छा है कि पूरे सीजन भर पूरे जिले को तरबूज की पूर्ति कर सकूंगा। कृषक अफजल खान के दो बेटे और दो बेटी है जो कृषि कार्य में उनका हाथ बंटाते है। बुआई-निंदाई सहित अन्य कार्यों के लिए आस-पास के मजदूरों का सहारा भी लेता है। उनकों भी रोजगार मिल जाता है, मुझे मेरी मेहनत जिला प्रशासन के सहयोग और प्रदेश मुखिया के योजना से प्रत्यक्ष रुप से लाभ हुआ है। मेरे जैसे जिले के कई किसान आज साग-सब्जी के खेती से आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हो रहे है जिसके लिए मैं जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का सदा आभारी रहूंगा।
ग्राम पंचायत दारेली के राशनकार्डधारी परिवारों को अब राशन के लिए 35 किलोमीटर दूर जाने से मिली निजातगांव मे ही उपलब्ध हो रहा है अब राशन
बीजापुर, मार्च 2023- जिला प्रशासन बीजापुर के द्वारा जिले के शासकीय उचित मूल्य दुकानें जो अपने मूल पंचायत में संचालित नहीं थी को लगातार उन्हे अपने मूल पंचायत में पुनः स्थापित करने या भवन नहीं होने की स्थिति में ट्रेक्टर के माध्यम से मूल पंचायत में राशन पहुंचाकर राशनकार्डधारियों को वितरण किया जा रहा है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायत दारेली की उचित मूल्य दुकान जो कि पामेड़ में संचालित है जिसकी दूरी पामेड़ से लगभग 35 किलोमीटर है जहां माह मार्च से ट्रेक्टर के माध्यम से राशन मूल पंचायत में पहुंचाकर वितरण किया जा रहा है। जिससे मूल पंचायत में ग्रामीणों को राशन उपलब्ध हो पा रहा है। इससे उक्त क्षेत्रों के ग्रामीणों में हर्ष है एवं वे सभी उक्त कार्य हेतु प्रशासन का आभार व्यक्त कर रहे है।