छत्तीसगढ़

जिला स्तरीय विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में 279 प्रतिभागियों ने प्रस्तुत किया नवाचार का आदर्श मॉडल

अम्बिकापुर, नवम्बर 2022/ स्कूल शिक्षा विभाग सरगुजा की मेजबानी में दो दिवसीय इंस्पायर अवार्ड योजना वर्ष 2021-22 का जिला स्तरीय विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी का शुभारंभ 25 नवम्बर 2022 को शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अम्बिकापुर के सभागार में किया गया। इंस्पायर अवार्ड योजना के जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में सरगुजा जिले के 181 प्रतिभागी, बलरामपुर जिले के 57 प्रतिभागी एवं जशपुर जिले के 41 प्रतिभागी सहित कुल 279 प्रतियोगी विज्ञान की खोज में नवाचार का आदर्श मॉडल क साथ सम्मिलित हुए। इस अवसर पर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण श्री हेमन्त उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गुहे, प्रभारी प्राचार्य शासकीय श्री के के. राय तथा एनआईएफ भुवनेश्वर उडीसा के श्री सुदीप बैनर्जी उपस्थित थे।
सर्व प्रथम मुख्य अतिथि द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं समक्ष दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। संयुक्त संचालक श्री हेमंत उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में बच्चों से रू-ब-रू होते हुए कहा कि इंस्पायर अवार्ड योजना का शुभारंभ 2008 में इस उद्देश्य के लिए किया गया था कि 6 से 15 वर्ष आयु वर्ग के विद्यार्थी सामाजिक समस्याओं का निराकरण वैज्ञानिक आधार पर अपने मौलिक विचारों एवं नवप्रवर्तनों के साथ कर सके। यह कार्यक्रम भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा चरणबद्ध आयोजित की जाती है। उन्होंने अपने उद्बोधन के दौरान बताया की इन्स्पायर अवार्ड योजना अन्तर्गत नेशनल प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ को चार बार भागीदारी का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने बच्चों को इन्स्पायर अवार्ड योजना में शामिल होने के लिए नवाचार योजना को बताते हुए पानी की बरबादी को रोकने के तकनीक पर आधारित मॉडल तैयार करने के रूप रेखा के बारे में बताया। हर बच्चा व हर व्यक्ति अपने आप में वैज्ञानिक होता है इस भावना को ध्यान में रखते हुए ही कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों को इंस्पायर अवार्ड में शामिल किया जाता है। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. संजय गुहे ने इंस्पायर अवार्ड योजना का जिला स्तरीय आयोजन का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता में विज्ञान एवं सामाजिक अनुप्रयोगों में निहित एक मिलियन मूल विचारों के साथ कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों को सहभागिता का अवसर प्राप्त होता है। इस प्रतियोगिता में शासकीय, अशासकीय, अनुदान प्राप्त केन्द्रीय अथवा राज्य बोर्ड के द्वारा संचालित विद्यालयों के विद्यार्थी इसमें भाग ले सकते है।
बताया गया कि कार्यक्रम में प्रदर्शित मॉडल का अवलोकन करने के लिए जूरी के अन्तर्गत शासकीय राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर के प्राध्यापक डॉ. एस.के. श्रीवास्तव, शासकीय राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय अम्बिकापुर के सहायक प्राध्यापक डॉ. पी. के. भगत, शासकीय हाई स्कूल देवीटिकरा के प्राचार्य श्री जे.पी. चौबे, शासकीय राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर  के सहायक प्राध्यापक डॉ संदीप कुमार कुशवाहा सहित 8 सदस्य शामिल थे।

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