छत्तीसगढ़

स्वास्थ्य सुविधा में बड़ी छलांग, जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट का ट्रायल रन सफल

जल्द ही होगा प्रारंभ, अब जिले में ही हो सकेगी मरीजों की डायलिसिस

बलौदाबाजार, अगस्त 2022/कलेक्टर रजत बंसल के प्रयासों और निर्देश से जिले में किडनी की बीमारी से ग्रसित ऐसे मरीज जिन्हें डायलिसिस की आवश्यकता होती है उनके लिए अब जिला अस्पताल में ही डायलिसिस की व्यवस्था प्रारंभ होने वाली है। इस संबंध में आज स्थानीय जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट में लगी मशीनों का ट्रायल किया गया जो कि सफल रहा। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर ने बताया कि इस डायलिसिस यूनिट में कुल 4 मशीनें लगाई गईं हैं। डायलिसिस में लगभग 4 से 5 घंटे का समय लगेगा अतरू प्रतिदिन जिला अस्पताल में 7 से 8 मरीजों की डायलिसिस संभव हो सकेगी। जब किडनी की कार्य क्षमता 80-90 प्रतिशत तक घट जाती है तो इस स्थिति में अपशिष्ट उत्पाद और द्रव शरीर से बाहर नहीं निकल पाते हैं। विषाक्त पदार्थ जैसे – क्रीएटिनिन और अन्य नाइट्रोजन अपशिष्ट उत्पादों के रूप में शरीर में जमा होने से मतली उल्टी, थकान सूजन और सांस फूलने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे समय में सामान्य चिकित्सा प्रबंधन अपर्याप्त हो जाता है और मरीज को डायलिसिस शुरू करने की आवश्यकता होती है। डायलिसिस के माध्यम से यह अपशिष्ट पदार्थ कृत्रिम तरीके से शरीर से बाहर निकाले जाते हैं। अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार अवस्थी ने कहा कि जिले में डायलिसिस की प्रक्रिया शुरू हो जाने से आम जनता को काफी राहत मिलेगी क्योंकि अभी वर्तमान में ऐसे मरीज रायपुर, बिलासपुर या फिर अन्य किसी निजी संस्थानों में अपनी डायलिसिस करवाते हैं जिस कारण उनको दूर जाना पड़ता है जो कि मरीज और उनके परिजनों हेतु काफी कष्ट दायक भी हो जाता है। ऐसे में जिले में डायलिसिस की व्यवस्था आरंभ होने से मरीजों को सुविधा होगी। इसका विधिवत प्रारंभ शीघ्र ही किया जाएगा। ताकि मरीजों को शीघ्र इसका लाभ मिल सके।

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