जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति और सखी संचालन समिति की बैठक सम्पन्न सुकमा, जुलाई 2022/ संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री हरिस. एस की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति एवं सखी संचालन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में एकीकृत बाल संरक्षण योजना, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, बस्तर सेवक मण्डल बालगृह, जिला टास्क फोर्स, सखी सेंटर से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा हुई। कलेक्टर ने विभिन्न ईकाइयों में दर्ज प्र्रकरण, उनके निराकरण और लंबित प्रकरणों की समीक्षा विस्तार से की।
कलेक्टर श्री हरिस. एस ने कहा कि बस्तर सेवक मण्डल सहित अन्य बाल गृहों की देखरेख में निवासरत बच्चों के प्रति पूर्ण सहानुभूति और समर्पण से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को सभ्य नागरिक बनाना और इनका भविष्य निर्माण करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है, जो बेहतर शिक्षा, व्यावहारिक संवेदना और परस्पर मार्गदर्शन से ही संभव है। सभी बच्चों को गुणवत्ता शिक्षा के साथ ही समय समय पर उनका आंकलन करने, कैरियर काउंसलिंग उपलब्ध कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू हिंसा, यौन शोषण, बाल विवाह, साइबर क्राइम आदि को लेकर जन सामान्य में जागरूकता एवं संवेदीकरण करें।
बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत होने वाले बालको को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाहियों को समय पर पूर्ण किये जाने हेतु कलेक्टर द्वारा संबंधितो को निर्देशित किया गया। साथ ही 18 वर्ष से कम उम्र की बालिका की गर्भावस्था के संबंध में आगनवाडी कार्यकर्त्ता ,एएनएम एवं सचिव आदि से जानकारी प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया। बाल विवाह की रोकथाम किये जाने हेतु ग्राम पंचायत एवं वार्ड स्तर पर गठित समितियों का उन्मुखीकरण किये जाने तथा बाल विवाह होने की सुचना मिलने पर आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया| लैंगिक अपराधो से बालको का संरक्षण, बाल विवाह विषय पर बालको को पोटाकेबिन, आश्रम, विद्यालय में कार्यक्रम तथा जिला स्तरीय कार्यशाला के आयोजन हेतु निर्देशित किया गया ताकि लोगो में जागरूकता आ सके| जिला बाल संरक्षण अधिकारी द्वारा बालको हेतु लागु योजना आफ्टर केयर एवं स्पांसरशिप के बारे में विस्तृत जानकरी दी गई। बाल गृह में निवासरत बालको के जाति निवास प्रमाण पत्र पूर्ण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया ताकि पात्र बालको को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सके।
सखी वन स्टॉप केन्द्र की प्रशासक डालिमा गौर ने समिति के समक्ष चर्चा के दौरान माहवार घरेलू हिंसा, व्यक्तिगत विवाद, बाल यौन शोषण, विभागीय समस्या, सम्पत्ति विवाद से संबंधित प्रकरणों और उनके निराकरण के संबंध में जानकारी दी। बैठक में बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय बोर्ड, के समक्ष प्रस्तुत, निराकृत व लंबित प्रकरणों पर विस्तृत चर्चा की गई और विभिन्न बाल गृहों में सुकमा जिले के निवासरत बालकों के संबंध में जानकारी दी गई। समीक्षा के दौरान बताया गया कि बस्तर सेवक मण्डल बाल गृह सुकमा में निवासरत सुक्का के हाथ की सर्जरी कराई गई जिसमें बाल गृह जिला बाल संरक्षण ईकाई एवं चाईल्ड लाईन द्वारा सहयोग प्रदान किया गया। सी-3 के जिला समन्वयक महेश झरकर ने बताया कि बाल विवाह, बाल शोषण, बाल श्रमिक आदि की जानकारी मिलने पर चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर 1098 पर सूचना देने पर जानकारी देने वाले का पहचान गोपनीय रखी जाती है।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री डी एन कश्यप, डिप्टी कलेक्टर श्री दुलीचंद बंजारे, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी बिस्मिता पाटले, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व सिविल सर्जन श्री यशवंत ध्रुव, डीसीपीओ जितेन्द्र बघेल सहित समिति के सदस्य गण एवं विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

