रायगढ़, 11 मार्च 2022/ राज्य मनरेगा कार्यालय द्वारा मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के अंतर्गत निजी भूमि में आजीविका संवर्धन के कार्यों से लाभान्वित 140 महिलाओं को सम्मानित किया गया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को आइकॉनिक वीक के रूप में मनाते हुए मनरेगा में महिला हितग्राहियों की लगातार बढ़ रही भागीदारी को रेखांकित कर हर जिले से पांच-पांच महिलाओं का सम्मान किया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस.सिंहदेव कार्यक्रम में मणिपुर से ऑनलाइन शामिल हुए। रायगढ़ से जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल कार्यक्रम में वीडियो कान्फें्रसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
मनरेगा के महिला हितग्राहियों के सम्मान समारोह में शामिल हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री सिंहदेव ने सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मनरेगा के अंतर्गत निजी भूमि पर लिए जाने वाले आजीविका आधारित कार्य यथासम्भव महिलाओं के नाम से स्वीकृत किया जाना चाहिए। इससे परिवार की आर्थिक प्रगति में उनकी सशक्त भागीदारी दर्ज होगी। उन्होंने गर्व से जीने की आजादी की थीम पर आयोजित सम्मान समारोह में सात जिलों की महिला हितग्राहियों से मनरेगा से उनकी निजी भूमि पर बनी परिसम्पत्ति से हो रहे लाभ और आजीविका संवर्धन की जानकारी ली। उन्होंने इन महिलाओं के कार्यों की सराहना करते हुए हौसला अफजाई भी की। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री सिंह देव ने मनरेगा से बकरी पालन के लिए शेड प्राप्त करने वाली इन महिलाओं से उनके द्वारा मुर्गी, बकरी और पशु शेड में किये जा रहे कार्यों की जानकारी लेने के बाद उनसे चारा व्यवस्था, इलाज, दवाईयों तथा बाजार में मिल रही कीमत के बारे में भी पूछा। उन्होंने आगे और भी बेहतर कार्य के लिए अपनी शुभकामनाएँ दीं।
सम्मान समारोह में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विकास के उप सचिव एवं अपर आयुक्त, मनरेगा श्री अशोक चौबे, सभी जिला पंचायतों के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, आज सम्मानित महिला हितग्राहियों के ग्राम पंचायत के सरपंच और मनरेगा की राज्य व मैदानी टीम के अधिकारी-कर्मचारी वर्चुअल रूप से मौजूद थे।
5 मनरेगा महिला श्रमिक हुई सम्मानित
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल ने आज रायगढ़ जिले की 5 मनरेगा महिला श्रमिक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, जिन्होंने अपने निजी भूमि पर महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत बनी परिसम्पत्तियों से आजीविका में सकारात्मक परिवर्तन लाया है और वे परिवार की आजीविका में अपनी सशक्त भागीदारी निभा पा रही है।
इनमें ग्राम पंचायत कमतरा की श्रीमती लछमोती बैगा मनरेगा अंतर्गत भूमि समतलीकरण कार्य स्वीकृति होने प्रत्यक्ष रूप से टमाटर, आलू, पत्ता गोभी, फूल गोभी लगाकर 22 हजार रुपये का लाभ अर्जित कर चुकी है। वर्तमान में उनके द्वारा मूंगफली एवं मक्का का फसल रोपित किया गया है। इसी तरह ग्राम पंचायत नवापारा अ की उर्वशी खडिय़ा एवं ग्राम पंचायत डूमरपाली की रेवती साहू जिन्होंने मनरेगा के तहत मिले स्वीकृत राशि से गाय कोठा निर्माण कराया व गाय रखने की उचित व्यवस्था करायी। अब वे गाय के दुध को बेचकर आमदनी प्राप्त कर रही है साथ ही गाय के गोबर को कण्डे एवं खाद के रूप में इस्तेमाल कर रही है। ग्राम पंचायत बटाऊपाली ब की श्रीमती चम्पाबाई एवं नदीगांव की श्रीमती कौशिल्य मांझी जिन्होंने महात्मा गांधी नरेगा योजना का लाभ लेते हुए घर के पास बकरी शेड का निर्माण कराया और बकरी पालन शुरू किया। बकरी विक्रय करने के पश्चात श्रीमती चम्पाबाई की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।