छत्तीसगढ़

अब प्रशासनिक अधिकारी भी सीखेंगे हल्बी और गोंडी

जगदलपुर, 10 मार्च 2022/अब छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक अधिकारी भी हल्बी और गोंडी बोली का प्रशिक्षण लेंगे। मंगलवार को राज्य प्रशासनिक अकादमी निमोरा रायपुर में प्रशिक्षण ले रहे अधिकारियों के साथ बस्तर एकेडमी ऑफ डान्स आर्ट एण्ड लिटरेचर बादल एकेडमी के प्रशिक्षकों की वर्चुअल ऑनलाईन बैठक आयोजित की गई।
इस वर्चुअल बैठक में प्रभारी श्री विजय सिंह द्वारा बादल एकेडमी की स्थापना एवं उद्वेश्यों को विस्तार से बताया गया। लोकगीत एवं लोकनृत्य संकाय प्रमुख लखेश्वर खुदराम द्वारा बस्तर क्षेत्र के लोकगीत एवं लोक नृत्यों के बारे में तथा हल्बी भाषा संकाय प्रमुख शिवनारायण पाण्डे द्वारा बस्तर की बोली हल्बी के बारे में जानकारी दी गई। वर्चुअल बैठक में शामिल अधिकारियों द्वारा हिन्दी के कुछ वाक्यों का हल्बी अनुवाद भी पूछा गया, अनुवाद सुन कर प्रशंसा व्यक्त की गई। हल्बी भाषा संकाय सहायक महेन्द्र ठाकुर से हल्बी मुहावरों की जानकारी ली गई। गोंडी भाषा संकाय प्रमुखअबलेश कुमार द्वारा पारंपरिक गोंडी गीत सुनाया गया। बैठक में प्रशासनिक अकादमी के अधिकारियों द्वारा हल्बी, गोंडी सीखने की इच्छा व्यक्त की गई और बस्तर क्षेत्र की इन विधाओं के बारे में जानकारी दिये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। लोक साहित्य संकाय प्रमुख एवं सहायक प्रभारी अधिकारी श्रीमती पूर्णिमा सरोज द्वारा बस्तर क्षेत्र के आँचलिक साहित्यों पर प्रकाश डालते हुए आभार व्यक्त किया गया। इस वर्चुअल बैठक में प्रशासनिक अकादमी के 24 अधिकारियों और बादल संस्था के संकाय प्रमुखों ने भाग लिया।

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