सुकमा, 24 नवंबर 2025/sns/- जिले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत आगामी 07 दिसम्बर 2025 को आयोजित होने वाले महापरीक्षा अभियान को लेकर ग्राम प्रभारी शिक्षकों का विकासखण्ड स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं उपाध्यक्ष श्री मुकुन्द ठाकुर के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इसके तहत 19 नवम्बर 2025 को विकासखण्ड सुकमा, 21 नवम्बर को विकासखण्ड छिन्दगढ़ तथा 22 नवम्बर 2025 को विकासखण्ड कोन्टा में कुल 706 ग्राम प्रभारी शिक्षकों ने सहभागिता दर्ज कर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले के ग्रामीणों में साक्षरता के प्रति जागरूकता बढ़ाना, पढ़ने-लिखने एवं समझने की क्षमता विकसित करना और समाज के असाक्षर वर्ग को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्हे बुनियादी शिक्षा, गणितीय समझ एवं जीवनोपयोगी ज्ञान उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे आत्मनिर्भर बनें और अपने जीवन में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें। असाक्षरों के चिन्हांकन, पंजीयन, अध्ययन सामग्री उपयोग, मूल्यांकन प्रक्रिया तथा 07 दिसम्बर को होने वाली बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आकलन परीक्षा के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी एवं सदस्य सचिव श्री जी.आर. मंडावी ने विद्यार्थियों के माध्यम से असाक्षरों को साक्षर बनाने हेतु चल रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 10वीं एवं 12वीं के छात्र-छात्राएं 10 असाक्षरों को पढ़ाकर बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान परीक्षा में सफलता दिलाएंगे। निर्धारित शर्तें पूरी करने पर माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा उन्हें 10 बोनस अंक प्रदान किए जाने का प्रावधान भी है।
जिला परियोजना अधिकारी, जिला साक्षरता मिशन एवं समग्र शिक्षा के प्रभारी श्री उमाशंकर तिवारी ने उल्लास प्रवेशिका के अध्याय, 200 घंटे के अध्यापन, असाक्षरों के पंजीयन तथा महापरीक्षा हेतु तैयारी प्रक्रिया संबंधी विस्तृत मार्गदर्शन दिया और बताया कि उल्लास एप में पंजीकृत शिक्षार्थियों को आगामी 07 दिसम्बर की परीक्षा में सम्मिलित कराया जाएगा। विकासखण्ड परियोजना अधिकारियों श्री राजेश सोनकर एवं श्री पुरन लाल नवरत्न द्वारा कार्यक्रम को जमीनी स्तर पर प्रभावी बनाने, असाक्षरों का चयन कर पोर्टल में पंजीयन कराने तथा ऑनलाईन-ऑफलाइन प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के पश्चात् पूर्व में सफल नवसाक्षरों को राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान एवं राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा प्रदत्त प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला नोडल साक्षरता श्री अगस्टिन कुमार राम, श्री शैलेन्द्र भदौरिया, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सुकमा, श्री पुष्कर वर्मा, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी छिन्दगढ़, श्री पी.श्रीनिवास राव, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कोन्टा, श्री दीपक बारसे, खण्ड स्त्रोत समन्वयक सुकमा, श्री जी.आर. प्रधानी, खण्ड स्त्रोत समन्वयक छिन्दगढ़, श्री वीरभद्र राव, खण्ड स्त्रोत समन्वयक कोन्टा तथा श्री शेख शहजहॉ बी.पी.ओ. कोन्टा उपस्थित थे।

