छत्तीसगढ़

मजदूरी कर बेटी को पढ़ाया, बीएससी कर एम्स अस्पताल में चयनित होकर बनी नर्सिंग ऑफिसर

मजदूरी कर बेटी को पढ़ाया, बीएससी कर एम्स अस्पताल में चयनित होकर बनी नर्सिंग ऑफिसर

मुख्यमंत्री नोनी-बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना का मिला लाभ, 80 हजार छात्रवृत्ति से मिली बड़ी मदद

रायपुर 06 अप्रैल 2025। जहां चाह है, वहां राह है… यह तो आपने सुना ही होगा, और जब यह वाक्य चरितार्थ होता है तो उसके पीछे होती संघर्ष की एक कहानी। यह कहानी है अभनपुर में रहने वाली कु. हीरा साहू की, जिसके पिता मजदूरी कर घर चलाते थे लेकिन आज बात कुछ और ही। साहू परिवार के जीवन में एक बड़ा बदलाव तब आया जब उनकी बेटी ने अपनी पढ़ाई पूरी की और एम्स अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर के रूप में चयनित हुई।

अभनपुर के ग्राम पलौद में रहने वाली कु. हीरा साहू के माता श्रीमती देवकुमारी साहू और पिता रत्तीराम साहू रोजी-मजदूरी कर अपना जीवनयापन करते थे। सीमित आय होने की वजह से परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल होता था। खासकर जब बात बच्चों की पढ़ाई और उनके भविष्य की आती थी तो दोनों चिंतित हो उठते थे।

कुमारी हीरा साहू बताती है कि मेरे माता-पिता ने अपने अथक प्रयासों से मुझे बीएससी नर्सिंग में दाखिला दिलाया लेकिन उन्हें कॉलेज फीस चिंता सताती रही। इस बात को लेकर जब मेरे माता-पिता जिला श्रम कार्यालय गए तो उन्हें बताया गया कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के पंजीयन सदस्यों के लिए मुख्यमंत्री नोनू बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना संचालित है। इस योजना के तहत पंजीकृत श्रमिकों के प्रथम दो बच्चों को शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति स्वरूप सहायता राशि प्रदान की जाती है।

मेरी माता ने अपना पंजीयन कराया और मुख्यमंत्री नोनी-बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना अंतर्गत लगातार दो वर्षों तक ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किया। मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि मेरे द्वारा ऑनलाइन प्रस्तुत दोनों आवेदनों पर श्रम विभाग की ओर से प्रथम वर्ष 36,000 रुपए और द्वितीय वर्ष 44069 रूपए की छात्रवृत्ति सहायता प्रदान की गई।

श्रम विभाग की ओर से प्राप्त छात्रवृत्ति सहायता राशि से मेरी और मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिली और मैं निश्चिंत होकर, मन लगाकर अपनी पढ़ाई पूरी की। नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद मैं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर (एम्स) द्वारा जारी नर्सिंग ऑफिसर के पद पर के लिए आवेदन प्रस्तुत किया, मैं चयनित हुई और वर्तमान में एम्स में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर पदस्थ हूं।

श्रम विभाग की योजना से लाभान्वित होकर मैंने अपने और परिवार की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया। अपने माता-पिता और समाज का नाम रोशन किया तथा आत्मनिर्भर हुई। श्रम विभाग द्वारा श्रमिक हितों के लिए संचालित विभिन्न श्रमिक कल्याणकारी योजनाओं से श्रमिक वर्ग में हर्ष व्याप्त है। मैं प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित करती हूं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *