छत्तीसगढ़

संकुल स्तरीय अंगना म प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

बीजापुर 07 अप्रैल 2022- जिले के विकासखण्ड भैरमगढ़ अन्तर्गत संकुल केन्द्र मिंगाचल में 6 अप्रेल को संकुल स्तरीय अंगना म प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम माताओं के द्वारा अपने बच्चों की पढाई के प्रति उनके स्तर को समझने के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है। पिछले वर्ष इसकी सफलता के पश्चात इस वर्ष नए रूप में आया है। अंगना म शिक्षा 2.0 पूरे राज्य में प्रसारित होने लगा है।                          कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों का सम्पूर्ण विकास व स्कूल जाने से पहले की तैयारी आनन्दमय माहौल में एवं खेल.कूद के द्वारा की जानी चाहिए। यह कार्य पूरे समाज का दायित्व है एवं माताओं की क्षमता वृद्धि कर इस विषय में उनकी सहभागिता प्राप्त करना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है क्योकिं माताएँ बच्चों के सर्वांगीण विकास में अहम् भूमिका निभाती है। कार्यक्रम विशेषकर पूर्व प्राथमिक के बच्चों के लिए जिसमें घर पर रहकर  माताएँ घरेलू सामग्रियों के माध्यम से अपने बच्चों को शिक्षा से जोडकर रखें। कोरोनाकाल में शाला बंद होने से बच्चों के गुणवत्ता स्तर गिरने के कारण बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को उचित स्तर पर ले जाने के लिए इस पहल की शुरुआत की गई है।                         मिंगाचल संकुल में अंगना म शिक्षा 2.0 के प्रशिक्षण में सर्वप्रथम संकुल समन्वयक श्री रामशंकर सिंह ठाकुर द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का परिचय दिया गया। तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास में माताएं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व शिक्षक की भूमिका को बताते हुए स्वागत वक्तव्य दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को मास्टर ट्रेनर श्रीमती राजकुमारी मरकाम सहित गांधी फेलो सागर गजभिये, स्वयंसेविका आशा कंडिक, श्रीमती रंजीता नक्का व संकुल के शिक्षक शिक्षिकाएँ तथा श्रीमती शारदा सकनी व अनिता कश्यप तथा संकुल की बाकी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा संचालित किया गया। जिसमे नौ काउंटर लगाकर प्रत्येक काउंटर में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से बच्चों और माताओं का मेला का आयोजन किया गया। माताएँ बालक, शिक्षक, बच्चों का रिपोर्ट कार्ड में काउंटर की गतिविधियों को करा कर मार्किंग करके उनका आंकलन करके प्रपत्र भरा गया व जिन गतिविधियों को बच्चे नहीं कर पाये उन्हें माताओं के द्वारा घर पर रहकर घरेलू सामग्रियों से उनको पूर्ण करने की जिम्मेदारी दी गई। साथ ही जो माता अपने घर में बच्चों को पढाते हैं उनमें से एक श्रीमती मैत्रेण कोरसा का स्मार्ट माता के रूप में चयन किया गया और उनका सम्मान किया गया। साथ ही संकुल की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रत्येक माताओं को प्रेरित करते हुए स्मार्ट माता की मदद से अपने आसपास के माताओं को प्रेरित करने का भी कार्य किया गया। इस कार्यक्रम में 10 माताओं और 33 बच्चों सहित 9 शिक्षक-शिक्षिकाएँ तथा संकुल समन्वयक रमाशंकर सिंह ठाकुर, गांधी फेलो सागर गजभिये तथा स्वयंसेविका आशा कंडिक मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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