छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक लेकर की विभागीय योजनाओं और गतिविधियों की समीक्षा

मुंगेली, 03 दिसम्बर 2025/sns/- कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं और गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की और बेहतर प्रगति लाने निर्देशित किया। उन्होंने निवार्चन आयोग के निर्देशानुसार चल रहे गहन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की और शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एसआईआर को जितनी बेहतर तरीके से पूरा किया जाएगा, उतनी ही कम दावा-आपत्तियाँ प्राप्त होंगी, इसलिए सभी टीमें इसे अत्यंत गंभीरता और पारदर्शिता के साथ संपादित करें। इसके लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जाए। कलेक्टर ने एसआईआर अंतर्गत मैपिंग, कार्ययोजना और अन्य तकनीकी पहलुओं की प्रगति पर भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि कोई भी मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया से न छूटे, इसके लिए विशेष प्रयास करें। उन्होंने एसआईआर में बेहतर प्रगति के लिए सेक्टर अधिकारियों के कार्यों की सराहना की और तकनीकी दल के सदस्यों को भी उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशंसा की।
कलेक्टर ने धान खरीदी की समीक्षा करते हुए कृषक पंजीयन, धान उपार्जन और निगरानी व्यवस्था आदि के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि धान रिसाइकलिंग किसी भी स्थिति में न हो, इसके लिए उपार्जन केंद्रों से लेकर परिवहन मार्ग तक सख्त निगरानी की जाए। उन्होंने कहा कि अवैध धान खपाने वाले कोचियों और बिचौलियों पर विशेष निगरानी रखते हुए छापामार कार्यवाही करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोई भी किसान किसी दूसरे किसान के रकबे का धान न बेच सके, इसकी कड़ी मॉनिटरिंग अनिवार्य है। वनांचल क्षेत्रों में अवैध धान की आवाजाही रोकने के लिए बैरियर्स पर सतर्क निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने धान विक्रय के साथ-साथ रकबा समर्पण की विभागवार समीक्षा करते हुए सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों में किसानों की औसत उत्पादकता, रकबा समर्पण और उपार्जन से संबंधित डेटा अद्यतन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने एग्री-स्टैक पंजीयन की स्थिति की भी समीक्षा की।
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि प्रत्येक उपार्जन केंद्र में टोकन और कटाई की मॉनिटरिंग नियमित रूप से की जाए। उन्होंने पीवी ऐप के सत्यापन की प्रगति के संबंध में जानकारी ली और निर्देश दिए कि सत्यापन कार्य को तेजी और शुद्धता से पूरा किया जाए। साथ ही, मिल पंजीयन की स्थिति की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को समय-सीमा के भीतर सभी प्रक्रियाएँ पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों से कहा कि वे धान खरीदी में सक्रिय सहभागिता निभाएँ तथा पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी क्रम में, मंडी निरीक्षक द्वारा उचित कार्यवाही न करने तथा कार्य में उदासीनता पाए जाने पर कलेक्टर ने नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने औरापानी, बंजारी, लमनी सहित संवेदनशील क्षेत्रों में बाहरी धान न खपे, इसके लिए विशेष सतर्कता रखने, मजबूत सूचना तंत्र स्थापित करने और त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने कहा। कलेक्टर ने किसानों के बैंकिंग अनुभव को सुगम बनाने पर भी जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी किसानों को बैंक में भुगतान से संबंधित परेशानी न हो, इसकी निरंतर निगरानी की जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बड़े किसानों को भुगतान चेक के माध्यम से किया जाए, ताकि वित्तीय पारदर्शिता और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि धान खरीदी, रकबा समर्पण, अवैध धान की रोकथाम और उपार्जन केंद्रों की कार्यप्रणाली पर लगातार निगरानी रखी जाए और हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जाए।
कलेक्टर ने सांसद खेल महोत्सव के संबंध में चर्चा करते हुए खेल के आयोजन, प्रतियोगिता का स्तर, पंजीयन, प्रस्तावित समय सारिणी आदि के संबंध में जानकारी ली और बेहतर आयोजन के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए जिले में बच्चों के कुपोषण, सुपोषण चौपाल की गतिविधियों तथा विभिन्न पोषण कार्यक्रमों की प्रगति पर जानकारी ली। उन्होंने एनआरसी की खराब प्रगति पर कड़ी नाराजगी जताते हुए डीपीओ, डीपीएम, बाल विकास परियोजना अधिकारी, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने डीपीओ की सैलरी रोकने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि लापरवाही किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है। बैठक के दौरान कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, पूरक पोषण आहार वितरण, और अन्य पोषण एवं मातृ-शिशु कल्याण योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का समय पर और गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के कार्यों की नियमित समीक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि जमीनी स्तर पर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजनांतर्गत जिले में इंस्टॉलेशन कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों से वास्तविक प्रगति, लक्ष्यों की पूर्ति आदि के संबंध में जानकारी ली और गुणवत्ता के साथ कार्य करते हुए लक्षित प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे स्वयं और अपने अधीनस्थों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि अधिकतम लाभार्थी योजना से जुड़ सकें। उन्होंने योजना के क्रियान्वयन में धीमी प्रगति पर विद्युत विभाग के ईई पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और कार्रवाई हेतु वरिष्ठालय को पत्र भेजने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत पीएम जनमन, धरती आबा जनजाति उत्कर्ष योजना, पीएम आदर्श ग्राम योजना अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक प्रगति लाने निर्देशित किया। उन्होंने शिक्षा विभाग अंतर्गत मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान, 90 प्लस परीक्षा परिणाम आदि गतिविधियों की समीक्षा करते हुए बेहतर प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को बेहतर कार्ययोजना बनाकर निर्धारित लक्ष्यों को समय रहते पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में वनमंडलाधिकारी श्री अभिनव कुमार, अतिरिक्त कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पाण्डेय तिवारी, अपर कलेक्टर श्री जी.एल.यादव, मुंगेली एसडीएम श्री अजय शतरंज, लोरमी एसडीएम श्री अजीत पुजारी, पथरिया एसडीएम श्रीमती रेखा चंद्रा सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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