सुकमा, 19 नवंबर 2025/sns/- महिला सशक्तिकरण की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को लाभ सुनिश्चित करने के लिए, सुकमा जिला प्रशासन ने ई-केवाईसी (e-kyc) प्रक्रिया में तेजी ला दी है। कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के सख्त निर्देश और मार्गदर्शन में, यह विशेष अभियान जिले के सभी विकासखंडों और दूरस्थ गांवों में युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि ई-केवाईसी कराने की अंतिम तिथि 25 नवंबर निर्धारित है। जो हितग्राही इस समय सीमा तक ई-केवाईसी नहीं कराएंगे, उन्हें महतारी वंदन योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशि में दिक्कत होगी। ई-केवाईसी का कार्य केवल सीएससी और वीएलई संचालकों के माध्यम से निःशुल्क रूप से किया जा रहा है। किसी भी हितग्राही से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में ई-केवाईसी के लिए अटल डिजिटल सुविधा केन्द्र हेतु चयनित ग्राम पंचायत भवनों का उपयोग किया जा रहा है। ऑपरेटर न केवल शिविरों में, बल्कि डोर-टू-डोर सर्वे के माध्यम से भी महिला हितग्राहियों का सत्यापन कार्य कर रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएँ स्थानीय बीएलई से सक्रिय रूप से समन्वय स्थापित कर हितग्राहियों को ई-केवाईसी केन्द्रों तक पहुँचने में सहायता कर रही हैं।
जिला प्रबंधक चॉइस सेंटर श्री शेख शाहरुख ने जानकारी दी कि जिले में महतारी वंदन योजना के तहत कुल 13,808 महिला हितग्राही पंजीकृत हैं। इनमें से अब तक 4,550 हितग्राहियों का ई-केवाईसी सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है और शेष लाभार्थियों के लिए प्रक्रिया तेजी से जारी है। जिन महिला हितग्राहियों का बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण विफल हो रहा है, उन्हें सलाह दी गई है कि वे बिना देर किए नजदीकी आधार केन्द्र जाकर अपना बायोमेट्रिक डाटा अपडेट कराएं, ताकि वे योजना के लाभ से वंचित न हों।
कलेक्टर श्री ध्रुव ने संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी पात्र महिला हितग्राहियों का ई-केवाईसी कार्य पूरा किया जाए, ताकि राशि का समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जा सके। कलेक्टर श्री ध्रुव ने अपील किया है कि सभी पंजीकृत महिला हितग्राही 25 नवंबर से पहले अपना ई-केवाईसी अवश्य करा लें।


