रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने बिहार के लिए 3 अमृत भारत एक्सप्रेस और 4 पैसेंजर ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
छठ और दिवाली के दौरान 12,000 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी; पिछले वर्ष के 7,500 से अधिक
दिनांक 29 सितंबर 2025
रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज बिहार के लिए सात नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें 3 (तीन) अमृत भारत एक्सप्रेस और 4 (चार) नई पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। यह शुभारंभ राज्य भर में कनेक्टिविटी को मजबूत करता है और बिहार को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ता है।
ये नई शुरुआत उधना (गुजरात) और ब्रह्मपुर (ओडिशा) के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद आई है।
तीन अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ
- दरभंगा–अजमेर (मदार) अमृत भारत एक्सप्रेस – यह बिहार को राजस्थान के प्रसिद्ध तीर्थ केंद्र से जोड़ती है।
- मुजफ्फरपुर–हैदराबाद (चारलापल्ली) अमृत भारत एक्सप्रेस – यह सेवा उत्तर बिहार को सीधे दक्षिण भारत से जोड़ती है और हजारों यात्रियों को लाभ पहुँचाती है।
- छपरा–दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) अमृत भारत एक्सप्रेस – यह ट्रेन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तक सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध कराती है।
अमृत भारत ट्रेन में अर्ध-स्वचालित कपलर, अग्नि पहचान प्रणाली, सील्ड गैंगवे और टॉक-बैक यूनिट जैसी उन्नत विशेषताएँ हैं। यह यात्रियों को अधिक आराम प्रदान करने के लिए आधुनिक, एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन की गई सीटों से भी सुसज्जित है।
स्थानीय कनेक्टिविटी के लिए चार नई पैसेंजर ट्रेनें
- झाझा–दानापुर पैसेंजर ट्रेन
- पटना–बक्सर पैसेंजर ट्रेन
- नवादा–पटना पैसेंजर ट्रेन
- पटना–इसलामपुर पैसेंजर ट्रेन
इस अवसर पर रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “सरकार का ध्यान जीवन और यात्रा की सुविधा में सुधार पर है। यह विभिन्न हिस्सों के लोगों की लंबे समय से लंबित मांगें थीं, जो आज पूरी हो रही हैं।”
बिहार में ऐतिहासिक रेलवे निवेश
- बिहार की रेलवे अवसंरचना ने अभूतपूर्व वृद्धि देखी है।
- 2025-26 के लिए रेलवे बजट ₹10,000 करोड़ से अधिक है।
- यह 2009-14 के दौरान वार्षिक औसत आवंटन ₹1,132 करोड़ से नौ गुना अधिक है।
- राज्य की अब 100% रेल लाइनों का विद्युतीकरण हो चुका है।
- 2014 से अब तक 1,899 किमी नए ट्रैक का निर्माण पूरा किया गया है। यह पूरे श्रीलंका के रेल नेटवर्क से भी अधिक है।
- इसके अतिरिक्त, 559 रेल फ्लाईओवर और अंडरब्रिज बनाए गए हैं।
- ₹1 लाख करोड़ से अधिक की परियोजनाएँ प्रगति पर
- वर्तमान में रेलवे परियोजनाएँ ₹1 लाख करोड़ से अधिक मूल्य की प्रगति पर हैं।
- इसमें 56 नई रेल परियोजनाएँ शामिल हैं, जो 5,054 किमी ट्रैक को कवर करती हैं। स्टेशन आधुनिकीकरण कार्य जारी
- 98 अमृत स्टेशनों पर कार्य तेजी से चल रहा है।
- इन स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाएँ और यात्री सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
- प्रधानमंत्री ने 22 मई 2025 को पिरपैंती और थावे के 2 अमृत स्टेशनों का उद्घाटन किया।
- स्टेशन पुनर्विकास के लिए कुल ₹3,285 करोड़ का निवेश आवंटित किया गया है।
- बिहार के 85 स्टेशनों पर कार्य प्रगति पर है। आधुनिक ट्रेन सेवाओं का विस्तार
- आज के शुभारंभ के साथ, बिहार में 26 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएँ (13 जोड़ी) चल रही हैं।
- ये 30 जिलों को 65 अनूठे स्टॉपेज के साथ कवर करती हैं।
- राज्य को 28 वंदे भारत सेवाएँ मिल रही हैं, जो 25 जिलों और 42 अनूठे स्टॉपेज को कवर करती हैं।
- राज्य में 2 नामो भारत रैपिड रेल सेवाएँ संचालित हैं। निर्यात उपलब्धि
- बिहार ने लोकोमोटिव निर्माण में भी एक मील का पत्थर हासिल किया है।
- प्रधानमंत्री ने 20 जून 2025 को मरहौरा संयंत्र में निर्मित लोकोमोटिव को गिनी निर्यात हेतु रवाना किया।
- यह बिहार का वैश्विक रेलवे निर्माण में प्रवेश है। त्यौहारों की तैयारियाँ
- भारतीय रेलवे ने छठ और दिवाली त्योहारों के लिए 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है।
- पहले ही 10,500 ट्रेनों की अधिसूचना जारी हो चुकी है।
- अंतिम समय में तैनाती हेतु 150 अतिरिक्त अनारक्षित ट्रेनें तैयार रखी जाएँगी।
ये नई सेवाएँ किफायती और आरामदायक यात्रा विकल्प प्रदान करेंगी। यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने और रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इन शुभारंभों से बिहार की रेलवे अवसंरचना को मजबूत करने की सरकार की प्रतिबद्धता परिलक्षित होती है। पिछले 16 महीनों में बिहार राज्य के लिए ₹13,432 करोड़ मूल्य की रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
